द फॉलोअप नेशनल डेस्क
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर से रेप मामले में सरकार की भूमिका से असंतुष्ट होकर राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। सरकार ने कहा है कि घटना के विरोध में आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के साथ सीएम ममता बनर्जी के सीधे हस्तक्षेप की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरकार ने आगे कहा, यह देश इसीलिए मजबूत है कि लोग आवाज उठाते हैं। तृणमूल कांग्रेस के सांसद पूर्व IAS अधिकारी जवाहर सरकार ने अपनी 3 साल बची राज्यसभा यह कहकर छोड़ दी कि कोलकाता अस्पताल कांड में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहली वाली 'ममता दीदी' जैसी भूमिका नहीं निभाई।
इधर, TMC नेता कुणाल घोष ने जवाहर सरकार के इस्तीफे पर कहा कि मौजूदा समय में हम ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में सैनिकों की तरह काम कर रहे हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जवाहर सरकार के व्यक्तिगत सिद्धांत की आलोचना करता हूं, ऐसा नहीं है। यह उनका फैसला है, वह इसे ले सकते हैं। हम रेप की घटना की निंदा करते हैं, लोग इस घटना को लेकर आक्रोशित हैं।
कुणाल घोष ने कहा कि लोग इस मामले में प्रशासन की भूमिका को गलत समझ रहे हैं। ऐसे में पार्टी के सैनिक के तौर पर हमें लोगों को समझाने की कोशिश करनी होगी, हम अपने सैनिक की भूमिका का पालन करेंगे। अगर जवाहर सरकार कोई और फैसला लेते हैं, वह बहुत वरिष्ठ और समझदार व्यक्ति हैं। उनके अलग सिद्धांत हैं, तो हमारा शीर्ष नेतृत्व इस पर विचार करेगा। हम इस पर कुछ नहीं कह सकते।
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