द फॉलोअप नेशनल डेस्क
कांग्रेस सांसद व इंडिया गठबंधन के लोकसभा उम्मीदवार राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक चुनावी सभा के दौरान ED के साथ अपने अनुभव शेयर किये। सभा में उन्होंने कहा कि ED और सीबीआई के अधिकारियों ने उनके साथ लगभग 55 घंटे की लंबी पूछताछ की। इस अनुभव को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने ED के अफसरों को कहा, देखिए, आप सोच रहे हो कि आपने मुझे यहां बुलाया है, मगर आप गलतफहमी में हो, मुझे आप नहीं बुलाए हो, मैं यहां आया हूं। क्योंकि मैं देखना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र की हत्या कौन लोग कर रहे हैं।'
कहा, मुझे यहां रहना चाहिए
राहुल ने कहा, जांच एजेंसियों की पूछताछ के दौरान मेरी नजर एक सेल यानी लॉकअप पर पड़ी। मैं सोच रहा था कि मेरे परदादा 12 साल तक इसी तरह के सेल में बैठकर काम करते रहे थे। इस तरह मुझे कम से कम 10 साल तो यहां रहना चाहिये। राहुल गांधी ने चुनावी सभा में आगे कहा, ‘मुझे कोई भी सेल दो, कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरा माना है कि हिंदुस्तान की जनता के सामने सबसे पहले हिंदुस्तान की सच्चाई लाइए। मैं यकीन मानता हूं कि अगर हमने सच्चाई सामने रख दी, तो हिंदुस्तान की राजनीति पूरी तरह बदल जाएगी।‘
क्या है नेशनल हेरॉल्ड मामला
बता दें कि 2022 के जून महीने में राहुल गांधी से नेशनल हेरॉल्ड मामले में कई दिनों तक पूछताछ की गयी थी। नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र आजादी के पहले का अखबार है। छह माह पहले ED ने नेशनल हेराल्ड केस में यंग इंडिया की 751.9 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की थी। कांग्रेस से जुड़े यंग इंडिया के खिलाफ ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई। इस कंपनी में सोनिया-राहुल की 76% हिस्सेदारी है। राहुल गांधी से इसी आधार पर ED ने पूछताछ की।
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