लुधियाना:
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के विवादित बयान का बचाव किया है। हालांकि, इसके बचाव में प्रियंका गांधी ने जो तर्क दिए हैं वो विपक्षी पार्टियों को नहीं पच रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बस इतना ही कहा था कि पंजाब को पंजाबियों द्वारा चलाया जाना चाहिए। उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया। प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे नहीं लगता यूपी से किसी को पंजाब आने और शासन करने में दिलचस्पी है। प्रियंका इस वक्त लुधियाना के दौरे पर हैं।
All that CM Charanjit Channi said was that Punjab should be run by Punjabis. His statement was misconstrued. I don't think anyone from UP is interested in coming to Punjab and ruling: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra in Ludhiana, Punjab pic.twitter.com/HwsYtO2Mod
— ANI (@ANI) February 17, 2022
जनसभा में चरणजीत चन्नी का विवादित बयान
दरअसल, पंजाब के लुधियाना में एक जनसभा के दौरान पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि पंजाब, पंजाबियों का है। प्रियंका गांधी पंजाबी बहू हैं। चन्नी ने आगे कहा था कि यूपी और बिहार के भैया लोगों को पंजाब में घुसने नहीं देंगे। उनको पंजाब में शासन करने नहीं देंगे। चरणजीत सिंह चन्नी के इस बयान की काफी आलोचना हुई। इसे क्षेत्रवाद के तौर पर देखा गया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि शायद उनको (चन्नी) को पता नहीं है कि पंजाब में बिहारियों का क्या योगदान है। वे नहीं जानते कि वहां हमारी कितनी संख्या है। नीतीश कुमार ने बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पता नहीं उन्होंने ऐसा कैसे कह दिया।
जनसभा में प्रियंका गांधी ने भी बजाई थीं तालियां
गौरतलब है कि जिस जनसभा में चरणजीत सिंह चन्नी ने ये बयान दिया वहां प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। चन्नी के बयान पर वहां खूब तालियां पीटी गई। खुद प्रियंका गांधी ने भी तालियां बजाई। विपक्ष का कहना है कि एक तरफ तो प्रियंका गांधी यूपी में यूपी के लोगों को न्याय दिलाने की बात करती हैं। उनके विकास की बात करती हैं और दूसरी तरफ उनके अपमान पर तालियां बजाती हैं।
पंजाब चुनाव के लिए 20 फरवरी को होगी वोटिंग
बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को वोटिंग होगी। यहां फिलहाल कांग्रेस सत्ता में है और वापसी की कोशिशों में लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। आम आदमी पार्टी ने भी दम-खम लगाया है। भगवंत मान को यहां मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है।
किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी थोड़ा मुश्किल में है। कांग्रेस अंदरुनी कलह से जूझ रही है। सिद्धू मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं लेकिन शीर्ष आलाकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी पर ही दांव लगाया है। सिद्धू की बेटी राबिया खुलकर बयानबाजी कर रही है।