डेस्क :
देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की जरूरत पर संसद में पहले ही चर्चा हो चुकी हैं। इस बीच केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने विरोधाभासी बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि इस तरह का कानून जल्द लाया जायेगा। केंद्रीय मंत्री का बयान विरोधाभासी इसलिए है क्योकि केंद्रीय मंत्री पटेल का बयान ऐसे समय आया है, जब कुछ ही महीने पहले केंद्र सरकार संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की जरूरत से इनकार कर चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा की तरफ से पेश जनसंख्या नियंत्रण बिल पर कहा था कि लोगों पर दबाव डालने के बजाय सरकार उन्हें जनसंख्या नियंत्रण के लिए सफलतापूर्वक जागरूक कर रही है।
सम्मलेन में भाग लेने पहुंचे थे
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल रायपुर में बरौंदा के आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस मैनेजमेंट संस्थान में आयोजित ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। इसके बाद होटल में संवाददाता सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री ने प्रह्लाद पटेल से जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सवाल पूछा। इस पर उन्होंने कहा कि कानून जल्द लाया जाएगा, चिंता न करें। जब इस तरह के मजबूत और बड़े फैसले लिए गए हैं तो बाकी को भी किया जाएगा।
संसद में क्या बोले थे स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने परिवार नियोजन कार्यक्रमों के नतीजों की जानकारी देते हुए बताया था कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-वी (NFHS) और जनसंख्या के आंकड़ों के अनुसार जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट देखने को मिल रही है। 1971 में औसत वार्षिक वृद्धि 2.20 थी। 1991 में यह 2.14 हो गई। इसी प्रकार 2011 में ये और घटकर 1.64 फ़ीसदी हो गई हो गई। इससे यह पता चलता है कि जनसंख्या वृद्धि कम हुई है और ये लगातार जारी है। उन्होंने कहा था कि इससे पता चलता है कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकारी नीतियां बिना दबाव और अनिवार्यता के भी बेहतर काम कर रही हैं। देश में इलाज सेवाएं बेहतर हुई हैं. देश बदल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नया इंडिया बन रहा है। स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान के बाद राकेश सिन्हा ने बिल वापस ले लिया था।