डेस्क:
वाराणसी दौरे पर पीएम मोदी ने 1800 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। उन्होंने यूपी के चुनाव में जीत के लिए वाराणसी की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सम्बोधन में कहा कि नई नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और चॉइस के हिसाब से उन्हें skilled बनाने पर है। हमारे युवा skilled हों, confident हों, practical और calculative हो, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही है। आज हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य आधार शिक्षा को संकुचित सोच के दायरे से बाहर निकालना और उसे 21वीं सदी के विचारों से जोड़ना है। हमारे देश में मेधा की कभी कमी नहीं रही। लेकिन दुर्भाग्य से हमें ऐसी व्यवस्था बनाकर दी गई थी, जिसमें पढ़ाई का मतलब नौकरी ही माना गया। काशी को भी मोक्ष की नगरी इसलिए कहते हैं, क्योंकि हमारे यहां मुक्ति का एकमात्र मार्ग ज्ञान को ही माना गया है।
बच्चों ने प्रधानमंत्री को सुनाया मंत्रोच्चारण और किया योग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में बच्चों के साथ बातचीत की। इस दौरान बच्चों ने प्रधानमंत्री को मंत्रोच्चारण सुनाया और योग करके दिखाया। पीएम ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में जहाँ पहले केवल सरकार ही सब करती थी। वहां अब प्राइवेट प्लेयर्स के जरिए युवाओं के लिए नई दुनिया बन रही है। जिनकी देश पहले कभी कल्पना भी नहीं करता था, वो आज के भारत में हकीकत बन रहे हैं।
काशी के लोगों ने संदेश से आनंदित हूँ- मोदी
पीएम मोदी में कहा कि 8 वर्षों में काशी का इंफ्रास्ट्रक्चर कहां से कहां पहुंच गया है। इससे किसान, मजदूर, व्यापारी सभी को लाभ हो रहा है। व्यापार बढ़ रहा है, कारोबार बढ़ रहा है, पर्यटन में विस्तार हो रहा है। काशी के नागरिकों ने पूरे देश को संदेश दे दिया है कि शॉर्ट-कट से देश का भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तरह देश को दिशा देने वाला काम किया है, उसे देखकर मैं आनंदित हूं।