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संसद की सुरक्षा में चूक मामला : कमलनाथ के बेटे नकुल सहित 3 और सांसद लोकसभा से निलंबित

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द फॉलोअप डेस्क 

संसद की सुरक्षा में चूक मामले में आज फिर 3 सासंदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। इसमें कांग्रेसी नेता कमलनाथ नकुल नाथ भी शामिल हैं। शेष दो सासंद हैं डीके सुरेश और दीपक बैज। इन 3 सासंदों को मिलाकर निलंबित सांसदों की कुल संख्या 146 हो गयी है। तीनों सासंदों के निलंबन के बाद विपक्षी दलों ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। निलंबित सांसदों ने कहा कि सत्ता पक्ष यानी बीजेपी विपक्ष मुक्त संसद चाहती है। ये सीधे पर देश के लोकतंत्र पर हमला है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। तानाशाही के खिलाफ हमारा विरोध अंतिम हद तक जारी रहेगा।

 

निलंबित सासंदों ने किया विरोध मार्च 

गौरतलब है कि सासंदों के सामूहिक निलंबन के निलंबन के खिलाफ विपक्षी पार्टिंयों ने गोलबंद होकर आज सुबह दिल्ली में मार्च किया। पिछले दिनों लोकसभा और राज्यसभा से 143 सासंदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन झेल रहे सासंद संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले को लेकर सदन में गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे थे। सभी सासंदों का निलंबन 48 घंटे के भीतर हुआ है। विरोध मार्च पुराने संसद भवन से लेकर विजय चौक तक किया गया। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि ये सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है। सांसदों के बोलने से रोका जाना देश के लिए शर्मनाक है। 

क्या है सांसदों की मांग 
विरोध मार्च में शरीक खड़गे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह देश की सुरक्षा को लेकर मीडिया में बड़ी-बड़ी करते हुए दिखाई देते हैं। उनको संसद में आकर इस विषय पर कुछ बोलना चाहिये। कहा कि निलंबित सांसद की इतनी ही मांग है। लेकिन सत्ता पक्ष की ओर जवाब देने के बजाये उनके बोलने पर ही पाबंदी लगा दी गयी। कहा कि ये साफ तौर तानाशाही की शुरुआत है। इसका मुखर विरोध नहीं हुआ, तो देश का लोकतांत्रिक सिस्टम खतरे में होगा। कहा कि हमारे बार-बार के निवेदन के बावजूद लोकसभा के स्पीकर और राज्यसभा के सभापति ने हमें बोलने की अनुमित नहीं दी। ये निराशाजनक है।