द फॉलोअप डेस्क
ओडिशा के नबरंगपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गरीबों की एक-एक पाई भ्रष्टाचारियों से वापस लेंगे। कहा, "आज पड़ोसी राज्य झारखंड में नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि चोरी मोदी ने की और पैसे मोदी ले जा रहे हैं। अब आप मुझे बताइए, अगर मैं उनकी चोरी बंद कर दूं, उनकी कमाई बंद कर दूं, उनकी लूट बंद कर दूं, तो क्या वे मोदी को गाली देंगे या नहीं? लेकिन मुझे ये काम करना चाहिए या नहीं?"
विकास का पैसा कुछ तिजोरियों में बंद है
पीएम मोदी ने आगे कहा कि वे गरीबों का एक-एक पैसा गलत तरीके से कमाये लोगों के पास वापस लायेंगे। गरीबों के पैसे की लूट किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। ये मोदी की गारंटी है। कहा कि झारखंड में जो पैसा विकास के लिए खर्च होना था, वो पैसा कुछ लोगों की तिजोरियों में पड़ा है। इसे केंद्र सरकार बाहर निकालने के लिए सभी तरह की कानूनी उपाय करेगी।
10 हजार के रिश्वत से शुरू हुई जांच
बता दें कि झारखंड में मंत्री आलमगीर आलम के PS के नौकर के घर से नोटों का अंबार मिला है। चुनावी गहमा-गहमी के बीच ED के छापे में 30 से 40 करोड़ कैश मिलने का अनुमान है। खबर लिखने तक नोटों की गिनती जारी है। दरअसल ये पूरी कहानी महज 10 हजार रुपए की रिश्वत से जुड़ी हुई है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस मामले में पिछले साल ईडी ने झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के यहां दबिश दी थी। तब वीरेंद्र ने पूछताछ में बताया था कि रिश्वत की राशि ऊपर तक जाती है।
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