द फॉलोअप डेस्क
तिहाड़ जेल में बंद सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से उनकी फेस टू फेस मुलाकात नहीं करायी जा रही है। मिली खबर के मुताबिक दोनों को कांच के जंगले के बीच मिलने दिया जा रहा है। इस बाबत आप ने जेल अधिकारियों पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। कहा है कि ये अधिकारों का हनन है। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि इसी जेल में बंद सुब्रत सहारा को इंटरननेट की सुविधा दी गयी थी। वे तिहाड़ में मीटिंग कर सकते थे और कागजात पर साइन करने का भी अधिकार उनको मिला हुआ था। इसी तरह जेल में बंद चंद्रा ब्रदर्स को भी मीटिंग करने की इजाजत थी।
क्या कहा आप नेता संजय सिंह ने
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ उनकी पत्नी की मुलाकात नहीं करायी जा रही है। कहा कि खतरनाक से खतरनाक कैदी को भी उनकी परिजनों से इनके बैरक में करायी जाती है। लेकिन केजरीवाल के साथ पक्षपात किया जा रहा है। संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल को जेल में न्यूनतम सुविधाएं भी नहीं दी जा रही है। कहा, जब एक चुने हुए प्रतिनिधि के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है, तो आम आदमी के साथ किस तरह का बर्ताव किया जा सकता है, इसका अनुमान सहज लगाया जा सकता है।
जेल नियमों का उल्लंघन
हाल ही में कथित शराब घोटाला के आरोप में छह महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आये आप नेता संजय सिंह ने आगे कहा, "जेल का नियम 602 और 605 ये कहता है कि किसी की भी मुलाकात आमने-सामने करवाई जा सकती है। अरविंद केजरीवाल का परिवार चिंतित और परेशान है, मां-बाप दोनों बीमार हैं। जब अरविंद केजरीवाल की पत्नी मुलाकात के लिए आवेदन करती हैं तो उन्हें कहा जाता है कि आप आमने-सामने नहीं मिलेंगे, बल्कि जंगले से मिलेंगे, इतना अमानवीय व्यवहार?"
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