द फॉलोअप नेशनल डेस्क
एक मां ने खुद 6ठी क्लास तक पढ़ाई की है, लेकिन अपनी बेटियों को IAS बना दिया है। दरअसल इस मां ने उस जज्बे और इरादे को साकार कर दिखाया है, जो उसने अपने करियर के लिए सोच रखा था। मां के सपने जिंदगी के उतार-चढ़ाव में कहीं पीछे रह गये, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। ये मामला राजस्थान के चुरू का है। मां का नाम सुशीला राजपाल है। उन्होंने बमुश्किल छठी तक की पढाई की है। लेकिन उनकी बड़ी बेटी सुनिता बैंक में मैनेजर है। मंजू नाम की दूसरी बेटी भारतीय प्रशासनिक सेवा में है। वहीं, सबसे छोटी बेटी अंजू राजस्थान प्रशासनिक सेवा में अधिकारी है।
क्या कहा बेटियों ने
तीनों बेटियां अपनी सफलता का सारा श्रेय अपनी मां सुशीला को देती हैं। उनकी मेहनत औऱ संघर्ष को देती हैं। सबसे बड़ी बेटी सुनिता बताती हैं कि मां के बिना शायद वे आज इस मुकाम तक नहीं पहुंच पातीं। सुनिता ने कहा कि उनकी मां ने हमेशा उनकी पढ़ाई को प्राथमिकता में रखा। उनका परिवार आर्थिक रूप से बहुत संपन्न भी नहीं है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीनों बहनों ने आरंभिक पढाई चुरू के साधारण सरकारी स्कूल से की है। उन्होंने गैरजरूरी खर्च को हमेशा अपने नियंत्रण में रखा। सुनिता ने बताया कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी भी उन्होंने घर पर पढ़ाई कर की।
मां ने कभी बेटों से कम नहीं समझा
सुनिता आगे बताती हैं कि उनकी मां ने कभी भी उनको बेटों से कम नहीं समझा। कहा कि दरअसल समाज की ये धारणा ही गलत है। कहा, मेरी मां ने इस धारणा को गलत साबित कर दिखाया है। एक पढ़ी-लिखी महिला जब बहू बनती है, तो अपने परिवार पर बोझ नहीं बनती। पति अगर नौकरी में न भी हो तो वो घर चला सकती है। इस कड़वी सच्चाई के बावजूद समाज अपनी धारणा बदलने के लिए तैयार नहीं होता। ये हैरत की बात है।
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -
https://chat।whatsapp।com/H6JHUZV9z0LIcfjbcYlVDn