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बिहार के 8 मजदूरों की कर्नाटक में मौत, मकई की बोरियों के नीचे आने से तोड़ा दम

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द फॉलोअप डेस्क 

बिहार के आठ मजदूरों की मौत कर्नाटक के विजयापुरा में हो गयी है। ये सभी एक निजी गोदाम में मकई की बोरियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ढो रहे थे। इसी दौरान आठों मजदूरों के उपर मकई की बोरियां गिर पड़ीं। मिली खबर के मुताबिक मजदूरों पर एक सौ से अधिक बोरियों के गिरने की खबर है। सभी मजदूरों की मौत बोरियों के नीचे दबकर सांस घुटने के कारण हुई है। घटना के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया लेकिन तब तक आठ मजदूरों की मौत हो चुकी थी। हादसा सोमवार की रात हुआ है। मारे गये सभी मजदूर बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले बताये जाते हैं।

मृतक मजदूरों के नाम 
खबर लिखे जाने तक पांच मजदूरों के नाम का पता चल सका है। इसमें राजेश मुखिया, रामबृज मुखिया, शंभु मुखिया, राम बालक और लक्खू कुमार के नाम शामिल हैं। शेष तीन मजदूरों के आवासीय पता के बारे में दूसरे बिहारी मजदूरों से संपर्क किया जा रहा है। वहीं, घटना स्थल पर पहुंचे विजयापुरा के जिला प्रभारी मंत्री एमबी पाटिल ने कहा है कि सभी मजदूरों के शव को बोरियों के नीचे से निकाल लिया गया है। वहीं, पाटिल ने ये भी माना है कि बोरियों के नीचे अभी और भी मजदूर दबे हो सकते हैं। खबर लिखे जाने तक, गोदाम में घटना स्थल पर से बोरियों के हटाने का काम किया जा रहा है। सभी मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 

और भी शव दबे हो सकते हैं

मंत्री पाटिल ने कहा है कि पहली प्राथमिकता मजदूरों के शवों को नीचे से निकालने और फिर उनकी पहचान कराने की है। इस दुखद घटना पर स्थानीय प्रशासन मजदूरों के परिजनों के साथ है। हमारी कोशिश होगी कि मजदूरों के शवों को बिहार, उनके परिजनों तक पहुंचाया जाये। साथ ही सरकार और गोदाम मालिक से भी मुआवाज देने के लिए कहा जायेगा। पाटिल ने प्रेस को बताया कि इस हादसे की सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री को दे दी गयी है। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त की है।