रांची
झारखंड राज्य वन विभाग द्वारा पूरे झारखंड राज्य में 7 दिवसीय वन्यजीव सप्ताह 2024 मनाया जा रहा है। इसी क्रम में 6 अक्टूबर 2024 को वन विभाग, झारखंड, रांची द्वारा 5 और 10 किलोमीटर लंबी वन्यजीव वॉकथॉन का आयोजन किया गया। वॉकथॉन का आरंभ बिंदु वन भवन परिसर, डोरंडा रांची था और कडरू रोड से अरगोड़ा चौक से बिरसा चौक से हिनू चौक होते हुए वन भवन, डोरंडा में समाप्त हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन सचिव अबूबकर सिद्दीकी उपस्थित थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ. संजय वास्तव उपस्थित थे। इस अवसर पर शशिकर सामंत पीसीसीएफ सह नोडल अधिकारी डब्ल्यूएलडीबी, सत्यजीत सिंह पीसीसीएफ वन्यप्राणी और मुख्य वन्यप्राणी प्रतिपालक, संजय ए लाटकर, एडीजी पुलिस, एसआर नतेशा सीसीएफ वन्यप्राणी और सभी वरिष्ठ वन अधिकारी, वन अधिकारी पत्नियों के संघ (एफओडब्ल्यूए) की सक्रिय भागीदारी भी थी। वॉकथॉन को बड़ी सफलता मिली क्योंकि इस कार्यक्रम में लगभग 2500 लोगों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में सिटीजन फाउंडेशन एनजीओ, टाटा स्टील और अन्य कॉरपोरेट्स, लेडी केसी रॉय मेमोरियल स्कूल रांची, डीएवी आलोक पब्लिक स्कूल पुंदाग रांची, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दूर्वा रांची, विद्यासागर स्कूल डोरंडा रांची और विभिन्न अन्य स्कूलों के 1500 छात्र, रेलवे अधिकारी, एनसीसी कैडेट शामिल थे।
जलवायु परिवर्तन सचिव अबूबकर सिद्दीकी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वन्य जीवों की रक्षा करना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। जब हम वन्य जीवों की रक्षा करेंगे, तो वन भी अपने आप सुरक्षित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड की महत्वपूर्ण वन्य जीव विविधता की रक्षा के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। हमारी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिए, जिससे वन्य जीवों की रक्षा हो। उन्होंने विभिन्न आयु वर्ग के स्कूली बच्चों, अधिकारियों, आदिवासियों और सभी लोगों को इस आयोजन में भाग लेने के लिए बधाई दी, क्योंकि इससे युवाओं को प्रकृति की रक्षा करने का संदेश जाएगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि झारखंड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ. संजय वास्तव ने उपस्थित स्कूली छात्रों और अन्य लोगों को संबोधित करते हुए वन और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक और संवेदनशील होने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें खुद की रक्षा के लिए प्रकृति की रक्षा करनी होगी। इस वॉकथॉन का उद्देश्य लोगों को संदेश देना और इसके लिए शपथ दिलाना है। छात्र और वॉकथॉन में भाग लेने वाले लोग वन्य जीव संरक्षण का संदेश देने वाली तख्तियां लिए हुए थे। वे नारे के माध्यम से भी लोगों को इसकी अपील कर रहे थे।