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'खाने के पड़े लाले-गंदा पानी पीने से हुए बीमार', सऊदी अरब में फंसे झारखंड के श्रमिकों का चौथा VIDEO आया सामने

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द फॉलोअप डेस्क:


सऊदी अरब में फंसे झारखंड के 45 मजदूरों के सामने अब भोजन का संकट खड़ा हो गया है। उनलोगों ने वीडियो जारी कर एक बार फिर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। मजदूरों का कहना है कि उनके पास न तो खाने-पीने के लिए कुछ है और न ही पैसे हैं। खाने के लाले पड़ गए हैं। भूख मिटाने के लिए उन्हें गंदा पानी पीना पड़ रहा है जिससे वो लगातार बीमार पड़ रहे हैं। जिस कंपनी में सभी कार्यरत थे, वहां के मैनेजर ने 20 दिसंबर को किचन का दरवाजा बंद कर ताला मार दिया। जिसके बाद फंसे मजदूरों को भारतीय दूतावास की ओर से 3 दिनों के लिए खाना-पीना उपलब्ध कराया गया था, लेकिन अब वह भी समाप्त हो चुका है। मजदूरों ने वीडियो जारी कर भारत सरकार और झारखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई है। इधर,मजदूरों के परिजन काफी परेशान है और वो भी सरकार से मदद मांग रहे है और जल्द से जल्द मजदूरों की वतन वापसी की अपील कर रहे हैं।

 


मैनेजर ने किचन का दरवाजा बंद कर ताला मारा
जारी वीडियो में मजदूरों ने कहा है कि हम 45 लोग सऊदी अरब में फंसे हुए हैं। यहां 7 महीने काम करने के बाद हमें केवल 2 महीने का ही वेतन मिला है। बकाया पैसा मांगने पर हमलोगों पर केस मुकदमा कर दिया गया है। हमारे यहां भारतीय दूतावास से अधिकारी आकर मिले और 2-3 दिन का राशन उपलब्ध कराया था। अब वह भी समाप्त हो गया है। अब तो एम्बेसी की ओर से भी कुछ नहीं किया जा रहा है। 20 दिसंबर को कंपनी के मैनेजर ने किचन का दरवाजा बंद कर ताला मार दिया। हमारे पास न तो खाने-पीने को कुछ है न ही पैसा है। आज 23 दिसंबर को अब तक एम्बेसी ने कुछ नहीं किया है। हम भारत सरकार और झारखंड सरकार से अपील करते है कि हमें जल्द से जल्द भारत ले जाया जाए। 


7 महीने किया काम केवल 2 महीने का मिला वेतन
बता दें कि बीते 11 मई को सभी मजदूर कॉमर्शियल टेक्नोलॉजी कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट पर ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए सऊदी अरब गए थे। इसके एवज में बतौर कमीशन 55 हजार रुपए उन्हें देना पड़ा था। काम के बदले लाइनमैन को 15 सौ रियाल (करीब 33 हजार), हेल्पर को 11 सौ रियाल (करीब साढ़े 24 हजार) के अलावा ओवरटाइम के लिए 750 रियाल तथा खाने-पीने के लिए अलग से 300 रियाल देने का आश्वासन मिला था। 7 महीना काम करवाकर कंपनी ने केवल 2 महीने की मजदूरी दी है। बकाया मांगने पर टाल-मटोल कर रहे है। जिसके बाद मजदूरों ने अपनी मांग को लेकर हड़ताल कर दिया तो कंपनी ने खाना-पीना देना तक बंद कर दिया। सऊदी अरब में झारखंड के 45 मजदूर फंसे हैं। इनमें 25 मजदूर हजारीबाग जिले से हैं। वहीं अन्य बोकारो और गिरिडीह के हैं।