रांची :
झारखंड 22 वर्षों का युवा राज्य है। यहां सभी प्रकार के उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में भरपूर खनिज संपदा सहित श्रम, कुशल श्रमिक, बिजली, पानी आदि सभी आवश्यक चीजों की प्रचुरता है। झारखंड एक इंडस्ट्रियल हब के रूप में स्थिरता एवं गति देने में पूरी तरह सक्षम है। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में ये बातें सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कही। वे इस कार्यक्रम में झारखंड के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 30 प्रकार के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। यहां भारत के खनिज का 40% भंडार है। जो देश में सर्वाधिक है। राज्य में पूर्व से भी बड़े-बड़े इंडस्ट्री लगे हुए हैं। देश के स्टील उत्पादन में झारखंड के हिस्सेदारी लगभग 25% है। वर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र सकल राज्य मूल्य वर्धित में 42% से अधिक झारखंड का योगदान है जो देश में सबसे अधिक है। राज्य में पूर्णतया डेडीकेटेड ऑटो कलस्टर स्थापित है। इस ऑटो कलस्टर से देश विदेश की करीब 800 कंपनियां लाभान्वित हैं। ईओडीबी रैंकिंग में राज्य अग्रणी है। भारत सरकार द्वारा सुझाए गए व्यापार सुधार कार्य योजना पर 97% अनुपालन दर के साथ भारत में सर्वश्रेष्ठ सिंगल विंडो सिस्टम में से एक है। शेष सुधार लागू करने की प्रक्रिया में है। बहुत जल्द झारखंड इज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बनेगा।
पार्टनर राज्य के रूप में शामिल हुआ झारखंड
इस व्यापार मेला में राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्र के स्थानीय कारीगरों एवं बुनकरों के हस्त निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल के थीम पर आधारित इस व्यापार मेला में झारखंड के पवेलियन की सजावट इसी आधार पर की गई। मालूम हो कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में झारखंड पार्टनर राज्य के रूप में शामिल हुआ।
हर प्रकार की सुविधा-सुरक्षा कराई जाएगी उपलब्ध
मंत्री ने कहा कि उद्योग के क्षेत्र में विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना एवं सुविधा प्रदान करने के लिए झारखंड सरकार प्रतिबद्ध है। झारखंड वन और संस्कृति की विविधता की भूमि है। मंत्री ठाकुर ने कहा कि झारखंड की अपनी पर्यटन नीति 2021 लागू कर दी गई है। इसके तहत पर्यटन उद्योग में निवेश के इच्छुक उद्यमियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी काफी सुविधाएं दी जा रही हैं। उद्यमियों को झारखंड में आमंत्रित करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि यहां उद्योग स्थापना से संबंधित सभी आवश्यकताएं एवं औपचारिकताएं समय पूर्ण होंगी। साथ ही हर प्रकार की सुविधा एवं सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। उद्यमी बेफिक्र होकर झारखंड में निवेश करें। कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, राज्य वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सोम प्रकाश, अनुप्रिया पटेल, वाणिज्य सचिव सुनील बर्नवाल आदि सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे।