द फॉलोअप डेस्क
एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन में मारे गये 3 नागरिकों के परिजन को जम्मू-कश्मीर सरकार नौकरी देगी। बता दें कि पुंछ इलाके में आतंकवादियों के हमले में उस समय तीन नागरिक मारे गये जब सेना के साथ मुठभेड़ जारी थी। वहीं, पुंछ जिले के बॉफलाज में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फोर्स की तैनाती गयी है। सरकार ने कहा है कि मारे गये तीनों नागरिकों का मेडिको लीगल कराये जाने के बाद परिजनों को राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत नौकरियां देने का एलान किया गया है।
लद्दाख में प्रभाव जमाना चाहता है पाकिस्तान
राज्य की खुफिया तंत्र ने सूचना दी है कि राजौरी के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकवादी फिर से पैंठ बनाने की फिराक में हैं। खुफिया तंत्र ने इसी सप्ताह सूचना दी थी कि राजौरी इलाके में कम से ढाई दर्जन आतंकवादी छिपे हुए हैं। आतंकवादी इलाके में घने जंगल का फायदा उठाकर यहां ठिकाना बनाने में कामयाब हुए हैं। खुफिया रपट के मुताबिक पाकिस्तान राजौरी में घुसपैंठ कर लद्दाख में अपना प्रभाव जमाने की फिराक में है।
5 जवान भी हुए हैं शहीद
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी में गुरुवार, 22 दिसंबर को सेना के जवान और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए थे। जबकि 3 घायल हुए थे। सेना के जवान अभी भी आतंकवादियों की खोज में लगे हुए हैं। राजौरी में तेजी से अंताकियों की तलाशी का अभियान चलाया जा रहा है। इसे लेकर इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है। वहीं अधिकारियों ने बताया है कि 22 दिसंबर को सेना को तीन शव मिले हैं। इनकी पहचान टोपा पीर निवासी सफीर हुसैन (43), मोहम्मद शौकत (27) और शब्बीर अहमद (32) के रूप में की गई। इन्हें सेना पर हुए हमले में संदिग्ध माना जा रहा था।