रामगढ़ :
रामगढ़ की रहने वाली UPSC अभ्यर्थी दिव्या पांडे गलतफहमी का शिकार हो गई हैं। ऐसा उनकी बड़ी प्रियदर्शनी पांडे की बात से प्रतीत होता है।दरसल, UPSC का परिणाम आते ही दिव्या के परिवार और दोस्तों में खुशी की लहर दौड़ गई ,खबर ही ऐसे थी कि दिव्या पांडे ने पहले प्रयास में UPSC की परीक्षा पा कर ली है।लेकिन ,रिजल्ट की खुशी एक सप्ताह भी न टिकी। मालूम चला कि वह ग़लतफ़हमी का शिकार हो गई हैं। पांडे की बड़ी बहन प्रियदर्शनी पांडे ने कहा कि उनकी बहन को उत्तर प्रदेश में रहने वाली उनकी दोस्त ने सूचित किया था कि उन्होंने यूपीएससी में 323वीं रैंक हासिल की है।जबकि यह बात गलत थी।
पहले अटेंप्ट में सिविल सेवा परीक्षा पास की !
झारखंड की रहने वाली 24 साल की दिव्या जिन्होंने बीते दिनों यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने का दावा किया था। हालांकि,अब उनके परिवार की ओर से कहा गया है कि दिव्या पांडेय नहीं बल्कि दक्षिण भारत की रहने वाली किसी दिव्या पी ने परीक्षा पास की है, जिसे अपनी बेटी समझ कर वे जश्न मना रहे थे।दिव्या पांडे की ओर से भी माफी मांगी गई।
पुलिस का कहना है कि ये मानवीय भूल है
दिव्या पांडे ने शुक्रवार को जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) से माफी मांगी। चूंकि, उनके इस दावे के बाद दोनों ने दिव्या को सम्मानित किया था। साथ ही साथ मीडिया ने बड़े प्राथमिकता से खबर चलाई थी। परिजनों ने सफलता की गलत जानकारी देने के संबंध में कहा कि अनजाने में गलती हुई थी। पुलिस का भी कहना है कि ये मानवीय भूल है। ऐसे में कोई शिकायत दिव्या या परिवार के ऊपर दर्ज़ नहीं की गई है।