डेस्क:
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं। बैठक में जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शिरकत कर रहे हैं। बैठक में आंतरिक सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले एनएसए अजीत डोभाल ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी एक अहम बैठक की थी जिसमें देश में सुरक्षा से जुड़े कई मसलों पर चर्चा हुई।
गृहमंत्री के साथ एनएसए की बैठक
गृहमंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की बैठक में भारत की शीर्ष खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारी भी शामिल हुएष। उस बैठक में भी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा की गई। दरअसल, बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में टार्गेट किलिंग्स की संख्या बढ़ी है। आतंकियों ने घाटी में व्यापक पैमाने पर हिंदुओं, कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों को निशाना बनाया। माना जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार आगामी कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से बड़ा कदम उठा सकती है।
उप-राज्यपाल ने गृहमंत्री को दी जानकारी
एक सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री को टार्गेट किलिंग्स की जानकारी दी थी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की गृहमंत्री के साथ बैठक काफी अहम मानी जा रही है। अब अजीत डोभाल, गृहमंत्रालय के बड़े अधिकारियों को और जम्मू-कश्मीर के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। हो सकता है कि बैठक में किसी निर्णायक नतीजे पर पहुंचा जाये।
जम्मू-कश्मीर में टार्गेट किलिंग्स चिंताजनक
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में टार्गेट किलिंग्स की संख्या बढ़ गई है। कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों को लगातार आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। कश्मीर में कई बार कश्मीरी पंडितों ने प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की।
कहा जाता है कि सीमापार से आतंकियों को वित्तीय समर्थन मिलना बंद हो गया है। हथियारों की आपूर्ति नहीं हो रही। ऐसे में आतंकी बड़ी साजिशों की बजाय छोटी-छोटी हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।