डेस्क:
केंद्र सरकार ने सेना भर्ती के लिए 'अग्निपथ भर्ती योजना' को लॉन्च किया गया है। इस योजना के तहत भारत के युवाओं को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी जिसके बाद केवल 25% 'अग्निवीरों' को स्थायी कैडर में भर्ती की जाएगा। जिन 75 फीसदी सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा उनके भविष्य पर केंद्र से सवाल किया गया था। जिसका जवाब सरकार ने दिया है। केंद्रीय मंत्रालय ने एक ट्वीट जारी कर कहा है कि IGNOU को 75 फीसदी सैनिकों के पढ़ाई का जिम्मा सौंपा जाएगा। बता दें कि डिग्री के लिए देश की आर्मी, एयर्फोस और नेवी सब मिलकर IGNOU के साथ एक समझौता करेंगे।
नागरिक क्षेत्र में विभिन्न नौकरी भूमिकाओं के लिए तैयार
शिक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर लिखा है कि,' हमारे अग्निशामकों की भविष्य की करियर संभावनाओं को बढ़ाने के लिए, और उन्हें नागरिक क्षेत्र में विभिन्न नौकरी भूमिकाओं के लिए तैयार करने के लिए,@EduMinOfIndia रक्षा कर्मियों की सेवा के लिए एक विशेष, 3 वर्षीय कौशल आधारित स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू करना है। यहां और पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1834202 '
To enhance the future career prospects of our Agniveers, and equip them for various job roles in the civilian sector, the @EduMinOfIndia is to launch a special, 3-year skill based bachelor degree programme for serving defence personnel. Read more here: https://t.co/lZKPybHuPq
— Ministry of Education (@EduMinOfIndia) June 15, 2022
IGNOU को दी जाएगी उनकी पढ़ाई का जिम्मा
शिक्षा मंत्रालय एग्निवर्स द्वारा प्राप्त सेवाकालीन प्रशिक्षण को स्नातक के लिए क्रेडिट के रूप में मान्यता देगा। IGNOU के विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए डिग्री प्रोग्राम के तहत, 50 प्रतिशत क्रेडिट के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण, बाकी उनके द्वारा चुने गए सब्जेक्टस के समूह से लिया जाएगा। बता दें कि अगर कोई भी अग्निवीर 4 साल बाद सेना की नौकरी से बाहर आता है तो वो इस डिग्री को हासिल करने के लिए एलिजिबल होगा। ये डिग्री प्रोग्राम अग्निवीरों के करियर को एक नई दिशा देने में मदद करेगा। खास बात ये है कि इस डिग्री प्रोग्राम को भारत के अलावा विदेशों में भी मान्यता दी जाएगी। पर अभी ये बात साफ नही है कि कौन-कौन से देशों में इसे मान्यता मिलेगी।
UGC मानदंडों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से जुड़ा है
बता दें कि यह कार्यक्रम UGC मानदंडों के साथ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अनिवार्य राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क / राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के साथ जुड़ा हुआ है। इसमें कई निकास बिंदुओं का भी प्रावधान है - प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रमों के सफल समापन पर स्नातक प्रमाणपत्र, प्रथम और द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रमों के सफल समापन पर स्नातक डिप्लोमा, और तीन वर्ष की समय सीमा में सभी पाठ्यक्रमों के पूरा होने पर डिग्री।
IGNOU द्वारा संचालित पाठ्यक्रम
बता दें कि UGC के नियमों के अनुसार IGNOU द्वारा बीए, बीकॉम, बीए (वोकेश्नल), बीए (टूरिजम मैनेजमेंट) में स्नातक डिग्री के लिए कोर्स है। ये सारे रोजगार और शिक्षा के लिए भारत और विदेश दोनों में मान्यता प्राप्त होंगे।