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HEC प्रबंधन की कामगारों से अपील, चुनाव आचार संहिता से पहले काम पर लौटें

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द फॉलोअप डेस्क
HEC प्रबंधन की कामगारों से अपील की है कि उनकी सारे मांगों को पूरा किया जाएगा। लेकिन इसके लिए उन्हें प्रबंधन की एक शर्त मनानी होगी। शर्त यह है कि चुनाव आचार संहिता से पहले सभी को काम पर लौटना होगा। प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि अगर HEC को बचाना है बंद पड़े मशीनों को चालू कर उन्हें 4-5 करोड़ का अटका काम पूरा करना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं कि तो आचार संहिता के कारण लंबा समय खींच जाएगा, जिससे 3-4 महीने बाद कंपनी चालू करना मुश्किल होगा।


प्रबंधन ने की उत्पादन शुरू करने की अपील 
गौरतलब है कि गुरुवार को HEC बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति के प्रतिनिधियों से निदर्शकों ने वार्ता की। जिसमें कामगारों से कहा गया कि 22 महीने से बकाया वेतन और भविष्य की आशंकाओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए अविलंब उत्पादन शुरू करने की अपील की है। साथ ही देर रात प्रबंधन की ओर से कामगारों से आंदोलन समाप्त करने से संबंधित पत्र भी जारी किया गया। कंपनी के निदेशकों ने कहा कि फिलहाल बंद प्लांट 5-7 करोड़ में शुरू हो सकता है, लेकिन बाद में 70-80 करोड़ रुपए खर्च कर भी यह नहीं किया जा सकेगा। एचईसी बंद होने की प्रबल संभावना बन जाएगी।


जबतक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाएगा तब तक करेंगे आंदोलन
दूसरी ओर कामगारों का कहना है कि प्रबंधन की ओर से जबतक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाएगा, आंदोलन जारी रहेगा। वार्ता के क्रम में भी कंपनी मुख्यालय के बाहर एचईसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति के सदस्यों का 23वें दिन भी आंदोलन जारी रहा। वार्ता में प्रबंधन के जवाब और निर्णयों से मजदूरों में खुशी नहीं, मायूसी देखी गई। मजदूर और कर्मचारियों ने कहा कि बार-बार प्रबंधन यहां-वहां से पैसा आने पर वेतन भुगतान करने की बातें कहता है, लेकिन होता कुछ भी नहीं है। इससे मजदूर-कामगार परेशान हो गए हैं और खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।​​​​​​​