द फॉलोअप नेशनल डेस्क
हाथरस हादसे के बाद उनके भक्त भोले बाबा उर्फ बाबा नारायण हरि उर्फ सूरजपाल सिंह को भगवान मानते हैं। बता दें कि हाथरस हादसे में 121 लोगों के मारे जाने के बाद बाबा अपनी पत्नी के साथ फरार हो गये हैं। हादसे के बाद दर्ज प्राथमिकी में भी उनको अभियुक्त नहीं बनाया गया है। मुकदमा सत्संग के आयोजकों के खिलाफ दर्ज किया गया है। वहीं, हादसे के बाद भी उनके अनुयायियों की भक्ति में कमी नहीं आयी है। भक्त मानने हैं कि मंगलवार को जो हादसा हुआ, उसका रहस्य भी बाबा ही बता सकते हैं। वे भगवान हैं और उनको किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं है।
'उन्होंने दुनिया की रचना रची है'
बाबा के एक भक्त ने कहा, भक्त ने कहा, 'उन्होंने दुनिया की रचना रची है। तीनों लोकों के स्वामी हैं। वह होते हुए भी नहीं होते हैं और हैं भी। कल क्या हुआ, इसे वही जानते हैं, लेकिन इसमें उनका कोई दोष नहीं है।' बता दें कि सूरजपाल सिंह ने अपना नाम नारायण साकार हरि रख लिया है। वह जहां भी सत्संग करने जाते हैं, अपनी पत्नी को साथ लेकर ही जाते हैं। कार्यक्रम में भी दोनों एक साथ बैठते हैं। सूरजपाल सिंह भक्तों के बीच परमात्मा हरि के तौर पर भी चर्चित रहे हैं। उनके भक्त उनकी पत्नी को मातेश्वरी कहकर बुलाते हैं।
फरार हो गये बाबा
बता दें कि यूपी के हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को सत्संग में मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं 30 से अधिक लोग घायल हैं। इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। लेकिन पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि इसमें सत्संग करने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है। इधर यूपी पुलिस ने हाथरस में सत्संग आयोजित करने वाले 'भोले बाबा' की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी ली। हालांकि, बाबा नहीं मिले। भोले बाबा के मैनपुरी में छिपे होने की चर्चा थी। मैनपुरी हाइवे पर बाबा के ट्रस्ट का दफ्तर है। देर रात पुलिस ने ट्रस्ट के ऑफिस को घेर लिया था। पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार ने पुष्टि की कि बाबा जी परिसर में नहीं मिले।