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हरियाणा : गुप्त सूचना पर औचक निरीक्षण के लिए गए थे DSP सुरेंद्र कुमार, बैकअप ले जाने का नहीं मिला समय

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डेस्क: 

हरियाणा (Haryana) में खनन माफिया (Mining Mafia) द्वारा एक डीएसपी की हत्या किए जाने का मामला सुर्खियों में है। बुधवार को हरियाणा के नूंह में अवैध खनन के खिलाफ औचक निरीक्षण पर पहुंचे डीएसपी सुरेंद्र कुमार (DSP Surendra Kumar) की डंपर से कुचलकर हत्या कर दी गई।

मिली जानकारी के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र कुमार अपने साथ 2 पुलिसकर्मी, चालक और 1 गनमैन के साथ औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वहां वे एक गाड़ी के कागजातों की जांच कर रहे थे कि तभी एक संदिग्ध वाहन आता दिखा। डीएसपी ने चालक को रूकने का इशारा किया और कागजात मांगे लेकिन उसने रफ्तार बढ़ाकर डीएसपी को कुचल दिया।

 

डीएसपी को नहीं मिला था बैकअप का समय! 
डीएसपी हत्याकांड पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए एडीजी रवि किरण (ADG Ravi Kiran) ने कहा कि वे गुप्त सूचना पर औचक निरीक्षण के लिए गये थे। वे अपने साथ कोई बैकअप दल को लेकर नहीं गये थे क्योंकि उनको इसके लिए समय नहीं मिला होगा। आरोपी ने डंपर से कुचलकर उनकी हत्या कर दी। किसी भी प्रकार के हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया है। वहीं, मामले में दिवंगत डीएसपी के छोटे भाई अशोक मंजू ने कहा कि मैंने आज ही उनसे बात की थी। वे इसी साल रिटायर होने वाले थे। उनके 2 बच्चे हैं। 

गृहमंत्री ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है
मामले में प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने कहा कि जिस वक्त उनकी मौत हुई पूरी पुलिस टीम उनके साथ थी। डीएसपी वहां छापेमारी के लिए गये थे। हरियाणा के डीजीपी घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। वे पूरी घटना पर नजर रख रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि हम किसी को नहीं बख्शेंगे। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। पुलिसकर्मियों को बैंक द्वारा क्षतिपूर्ति के रूप में 50 लाख रुपये दिए जाते हैं और सरकार भी 50 लाख रुपये का मुआवजा देगी। गृहमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना प्रदेश में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैं डीजीपी से बात की है। उसे जिले या आसपास के जिलों के पुलिसकर्मियों को भी लगाना पड़े, सभी आरोपियों को त्वरित पकड़ा जायेगा। कार्रवाई होगी। 

 

शहीद डीएसपी के परिजनों को 1 करोड़ का मुआवजा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने डीएसपी हत्याकांड पर कहा कि शोक संतप्त परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। शहीद पुलिस अधिकारी के परिजनों को बतौर मुआवजा 1 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। परिवार के 1 सदस्य को नौकरी भी दी जायेगी।