द फॉलोअप नेशनल डेस्क
गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन हादसा मामले में 5 अफसरों को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, जिले के वकीलों ने किसी भी दोषी के खिलाफ केस लड़ने से इनकार कर दिया है। मिली खबरों में बताया गया है कि 2 पुलिस निरीक्षक और नगर निगम के 3 लापरवाह अफसरों को सस्पेंड किया गया है। दूसरी और वकीलों ने घटना के आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है। बार एसोसिएशन की ओर से ये घोषणा की गयी है। बता दें कि राजकोट गेमिंग जोन हादसे में एसआईटी की टीम हुई गड़बड़ियों की जांच कर रही है।
बच्चों सहित 33 की हो चुकी है मौत
गुजरात के राजकोट में शनिवार शाम पांच बजे गेम जोन में आग लगने से 12 बच्चों समेत 33 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दर्दनाक हादसे से देशभर में शोक की लहर है। घटना पर राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित अन्य ने भी शोक जताया है। वहीं, कांग्रेस ने गुजरात सरकार से लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गेम जोन में कई जगह मरम्मत और रेनोवेशन का काम चल रहा था। बड़ी संख्या में प्लाई के टुकड़े और लकड़ियां फैली हुई थीं। आग लगते ही ये भी उसकी चपेट में आ गए और 30 सेकेंड के अंदर आग पूरे गेम जोन में फैल गई। आग से पूरा गेम जोन जलकर खाक हो गया है।
4 लोग गिरफ्तार किये गये
मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। इसमें टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, उनके पार्टनर प्रकाश जैन, मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य शख्स राहुल राठौड़ शामिल हैं। मिली खबरों के मुताबिक शनिवार को गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम चल रही थी। इस वजह से और शनिवार होने की वज से गेमिंग जोन में अधिक भीड़ थी। आग लगने के कारणों की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है लेकिन शुरुआती जांच में सामने आया है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। माना जा रहा है कि गेमिंग जोन संचालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
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