द फॉलोअप डेस्कः
राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने पहली बार किसी विधायक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बागीदौरा (बांसवाड़ा) से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल को रविवार को जयपुर स्थित उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया गया। पटेल पर विधानसभा में खनन विभाग से जुड़े प्रश्नों को वापस लेने के बदले 2.5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। ACB ने उन्हें 20 लाख रुपये की पहली किस्त लेते हुए पकड़ा। विधायक को जयपुर के ज्योति नगर स्थित सरकारी क्वार्टर में रंगे हाथों पकड़ा गया, जहां ACB की पांच टीमें पहले से तैनात थीं। शिकायतकर्ता से पैसे लेने के बाद पटेल ने वह रकम किसी अन्य व्यक्ति को सौंप दी, जो मौके से फरार हो गया। इसके बाद टीम ने विधायक को डिटेन किया और उनके हाथ धुलवाए, जिसमें केमिकल रंग दिखाई दिया, जो नोटों पर लगाए गए ट्रैप पाउडर की पुष्टि करता है।
मामले की पूरी पृष्ठभूमि
ACB के डीजी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने प्रेस को बताया कि 4 अप्रैल को शिकायतकर्ता रविंद्र सिंह ने विधायक के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। सिंह ने बताया कि पटेल ने विधानसभा में खनन से संबंधित तीन प्रश्न लगाए थे, जिन्हें हटवाने के एवज में पहले 10 करोड़ रुपये की मांग की गई थी, जो बाद में 2.5 करोड़ रुपये में तय हुई। ACB ने शिकायत के सत्यापन के लिए कॉल रिकॉर्डिंग और सर्विलांस की प्रक्रिया शुरू की। विधायक, उनका पीएस, गनमैन और शिकायतकर्ता लगातार निगरानी में थे। अंततः 5 मई की सुबह शिकायतकर्ता को जयपुर बुलाया गया, जहां पैसे की पहली किस्त दी गई।
ACB की कार्रवाई
जैसे ही शिकायतकर्ता ने विधायक को कार में बैठकर 20 लाख रुपये सौंपे, ACB की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विधायक को हिरासत में लिया। हालांकि पैसा लेकर भागा व्यक्ति नहीं पकड़ा जा सका। विधायक को पूछताछ के बाद मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया और औपचारिक गिरफ्तारी दर्ज की गई।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
जयकृष्ण पटेल हाल ही में हुए 2024 विधानसभा उपचुनाव में बागीदौरा सीट से जीतकर विधायक बने थे। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार सुभाष तंबोलिया को हराया था। इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के महेंद्रजीत सिंह मालवीय से हार का सामना करना पड़ा था। मालवीय के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हुए थे, जिसमें पटेल को सफलता मिली।