द फॉलोअप डेस्क
रेलवे में नौकरी पाने की चाहत अधिकांश लोगों को होती है, खासकर जब बात TTE (ट्रैवेलिंग टिकट एक्सामिनर) की हो। इस पद पर नौकरी मिलने से न केवल सम्मान मिलता है, बल्कि कई सुविधाएं भी मिलती हैं। लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। बीजी रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी महिला TTE पकड़ी गई है।
पूछताछ में नहीं दे पाई जानकारी
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला ने TTE की ड्रेस पहन रखी थी, गले में फर्जी आईकार्ड डाला हुआ था और हाथ में पेन-कॉपी लेकर वह यात्रियों के टिकट चेक कर रही थी। लेकिन जब उससे पूछताछ की गई, तो वह अपनी पोस्टिंग और विभाग की अन्य जानकारी देने में असमर्थ रही। इसके बाद अधिकारियों ने उसे संदेह के आधार पर हिरासत में लिया।
फर्जी मिले सभी दस्तावेज
आरोपी महिला का नाम काजल सरोज बताया जा रहा है, जो 22 साल की है। काजल के पास जो आईडी कार्ड था, उसमें उसका नाम, पता और कर्मचारी नंबर दर्ज था। लेकिन जब स्टेशन अधीक्षक अरविंद बघेल ने इसकी जांच की, तो यह सब फर्जी पाया गया। वहीं, काजल का कर्मचारी नंबर, पदनाम और तैनाती स्थल सभी झूठे थे।ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बताया जा रहा है कि पूरी घटना उस समय सामने आई जब एक महिला टिकट कलेक्टर ने वेटिंग रूम के वॉशरूम में काजल को TTE के रूप में टिकट चेक करते हुए देखा। महिला कलेक्टर ने तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद काजल को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ जीआरपी थाने में मामला दर्ज किया है। फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में अधिकारियों ने पाया कि काजल के आईडी कार्ड में उसकी जन्मतिथि 16 मार्च 2002 और नियुक्ति की तिथि 25 मार्च 2021 दर्ज थी। लेकिन रेलवे के नियमों के अनुसार, TTE की पोस्ट पर सीधे नियुक्ति नहीं दी जाती। बल्कि टीसी (टिकट कलेक्टर) से प्रमोशन के बाद ही TTE बनते हैं। इस पद के लिए कम से कम 14 से 15 साल का अनुभव आवश्यक होता है। जबकि काजल की उम्र केवल 22 साल है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि इतनी कम उम्र में वह TTE के रूप में कैसे घूम रही थी।