द फॉलोअप नेशनल डेस्क
अरविंद केजरीवाल ने अपने हलफ़नामे में ईडी पर गंभीर आरोप लगाय हैं। कहा है कि ईडी के पास कथित शराब घोटाला औऱ मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े लगभग एक लाख पन्नों के दस्तावेज हैं। लेकिन ईडी ने इनमें से 80,000 पेज छिपा लिये। केजरीवाल ने आगे कहा, ईडी और सीबीआई जांच एजेंसी हैं। इनका काम सच को बाहर लाना है। लेकिन ईडी सच को छिपा रही है। आरोप लगाया कि जांच एजेंसी ने जो पेन्ने कोर्ट में प्रस्तुत किये हैं, उनमें वहीं पन्ने हैं जिनमें लोगों को डराकर, जेल में डालकर और जमानत का लालच देकर गवाही ली गई है।
उठाये ये सवाल
केजरीवाल के हलफनामे के बाद आप ने सवाल उठाया है कि ऐसे में अदालत कैसे निष्पक्ष फ़ैसला देगी, इसे समझा जा सकता है। आप ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट जारी कर कहा, हमें उम्मीद है कि देश की चुनाव प्रणाली को बचाने और चुनाव प्रचार करने देने के लिए कोर्ट केजरीवाल को जमानत देगा। आप ने आगे कहा कि बीजेपी के नेता हर रोज़ आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। लेकिन यह चुनाव आयोग को नहीं दिखता। वहीं विपक्ष का कोई नेता सांस भी ले लेता है तो चुनाव आयोग नोटिस भेज देता है।
आरएसएस पर किया हमला
इधर, आप नेता संजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी और संघ के झूठ में लोगों को नहीं फंसना चाहिये। RSS के नेता मोहन भागवत औऱ मोहन वैद्य पहले ही आरक्षण का विरोध कर चुके हैं। पीएम मोदी खुलेआम जातीय जनगणना का विरोध करते रहे हैं। मैं फिर कह रहा हूं, भाजपा अगर जीत गई तो आरक्षण खत्म करेगी। संविधान खत्म करेगी और वोट प्रणाली को भी खत्म करेगी। वन नेशन वन इलेक्शन इसी प्रक्रिया की पहली कड़ी हो सकती है। बता दें कि सीएम केजरीवाल को ईडी ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था।
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