द फॉलोअप डेस्क
कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। यहां मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज जो देश में चुनाव के रिजल्ट आये हैं, ये तो पहले कहूंगा कि ये जो रिजल्ट, जनता का रिजल्ट है। जनता की जीत है। लोकतंत्र की जीत है। हम पहले से यही कह रहे थे कि ये लड़ाई हमारी मोदी वर्सेज जनता है। 18वीं लोकसभा चुनाव में विनम्रता से जनमत को स्वीकार करते हैं। जनता ने किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। खासकर सत्ताधारी दल बीजेपी ने एक व्यक्ति एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा। स्पष्ट हो गया कि बहुमत मोदीजी के खिलाफ गया। ये उनकी राजनीतिक और नैतिक हार है।
शुरु से आखिर तक कांग्रेस पार्टी किया सकारात्मक कैंपेन
खड़गे ने आगे कहा कि जो व्यक्ति बार-बार अपने नाम से ही वोट मांगते थे, उनकी ये बहुत बड़ी हार है। नैतिक दृष्टि से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। आप जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन ने प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा। सरकारी मशीनरी ने अवरोध डाला। नेताओं के खलाफ अभियान चलाया। बैंक खाते सीज किए। शुरु से आखिर तक कांग्रेस पार्टी का कैंपेन सकारात्मक था। महंगाई, बेरोजोगारी, किसान मजदूर की बहाली, और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया। पीएम ने जिस प्रकार कैंपेन चलाया। वो इतिहास में लंबे समय तक याद रखा जायेगा।
राहुल गांधी की भारत जोड़ा य़ात्रा और न्याय यात्रा सफल
खड़गे ने आगे कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में पीएम का झूठ जनता ने समझ लिया। राहुल गांधी की भारत जोड़ा य़ात्रा और न्याय यात्रा में लाखों करोड़ों लोगों से मुलाकात, उनकी समस्या सुनना हमारे कैंपेन का अधिकार बनाया। इसी को 5 न्याय और 245 गारंटी का नाम दिया। गारंटी कार्ड बनाया। कार्यकर्ता घर-घर पहुंचे। बीजेपी नेतृत्व के अहंकार की वजह संवैधानिक संस्थाओं के ऊपर गैरकानूनी तरीके से कब्जा किया। इसका उपयोग विरोधी दल के खिलाफ किया। जिनको दबाया उनको अपने साथ लिया। जो नहीं दबे उनको जेल में डाला। लोगों को ये विश्वास हो गया था कि यदि मोदीजी को एक और मौोका मिला तो संविधान और लोकतंत्र पर हमला हुआ। खुशी इस बात की है कि बीजेपी षड्यंत्र में सफल नहीं होगी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का विशेष धन्यवाद। इन्होंने दिन रात बराबरी से पूरे देश में कैंपेन किया। हमें मजबूत स्थित में पहुंचाने के लिए भारी मदद की। इनकी वजह से हमें बहुत बड़ा प्रोत्साहन मिला। आज जो स्थिति करोड़ों कार्यकर्ताओं की वजह से बनी है।