डेस्क:
सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी नई अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे युवाओं को अब विपक्ष का साथ भी मिल गया है। रविवार को प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के सांसद, नेता और कार्यकर्ता अग्निपथ स्कीम के खिलाफ धरने पर बैठ गये।
कांग्रेस, सरकार से अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग कर रही है। दिल्ली में धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग कर रही है।
जंतर-मंतर पर अग्निपथ के खिलाफ सत्याग्रह में @priyankagandhi जी ने युवाओं को भरोसा दिलाया- उनकी हर लड़ाई में कांग्रेस के साथ की।#SatyagrahaAgainstAgnipath pic.twitter.com/0CnbqjWM5l
— Congress (@INCIndia) June 19, 2022
योजना देश के नौजवानों को मार डालेगी!
प्रियंका गांधी ने प्रदर्शन के दौरान अपने संबोधन में कहा कि ये योजना देश के युवाओं को मार डालेगी। सेना को खत्म कर देगी। कृपया इस सरकार की मंशा को देखें और इसे गिरायें। प्रियंका गांधी ने कहा कि ऐसी सरकार लाओ जो देश के प्रति सच्ची हो। देश की संपत्ति की रक्षा करे।
युवाओं को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं आपसे शांतिपूर्ण विरोध करने का आग्रह करती हूं लेकिन रूकना नहीं है। उन्होंने कहा कि योजना वापस लेने तक आंदोलन जारी रहेगा।
विरोध को शांत करने के लिए किए कई वादे
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को सेना भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव का एलान करते हुए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नई स्कीम लॉंच किया जिसे अग्निपथ स्कीम कहा जा रहा है। इस स्कीम के तहत चयनित सैनिकों को अग्निवीर कहा जायेगा। इनका कार्यकाल महज 4 साल का होगा। प्रत्येक साल कम से कम 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जायेगी। इधर, युवाओं ने इस स्कीम का विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें सेना में स्थायी कमीशन चाहिए।
सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवा संतुष्ट नहीं
सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के विरोध को शांत करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने कई ऐलान किए। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 4 साल के कार्यकाल के बाद सेवामुक्त किए गये अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में प्राथमिकता दी जाएगी। रक्षा क्षेत्र के 16 सार्वजनिक उपक्रमों में 10 फीसदी आरक्षण दिया जायेगा। वहीं, केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सेवामुक्त किए जाने के बाद अग्निवीरों को क्रैश कोर्स करवाकर स्कूलों में पीटी टीचर के पद पर बहाल किया जायेगा।