कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की। ममता ने आंदोलनकारी चिकितस्कों से कहा कि वे खुद छात्र आंदोलन करके आगे आई हैं। मैंने अपने जीवन में भी बहुत संघर्ष किया है, मैं आपके संघर्ष को समझती हूं। मुझे मेरे पद की चिंता नहीं है। सीएम ने कहा, कल रात भर बारिश हुई आप यहां विरोध पर बैठे थे मैं रात भर परेशान रही। आपकी मांगों को आपसे सुनने के बाद मैं उसका अध्ययन करूंगी। मैं अकेले सरकार नहीं चलाती, मैं आपकी मांगों का वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अध्ययन कर समाधान ज़रूर निकालूंगी।
सीएम ने आगे कहा, “जो भी दोषी पाया जाएगा उसे सज़ा ज़रूर मिलेगी। मैं आपसे थोड़ा समय मांग रही है। आपके यानी विरोध कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ राज्य सरकार कोई एक्शन नहीं लेगी। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप काम पर वापस लौंटें। अस्पताल के विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षा से जुड़ी सभी काम शुरू कर दिए गए हैं और आगे भी किए जाएंगे।"
क्या हैं चिकित्सकों की मांगें
-आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर के साथ-साथ सबूतों से छेड़छाड़ करने वाले सभी लोगों की गिरफ्तारी हो औऱ उन्हें सजा मिले।
- मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायें।
-कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल इस्तीफा दें।
- हेल्थ वर्कर्स की सुरक्षा बढ़ाई जाए।
- पश्चिम बंगाल के अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में थ्रेट कल्चर यानी डॉक्टरों को धमकी देना और हमले करने की घटनाएं बंद की जाय़ें।