रांची
जेएमएम प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का स्वागत राज्यभर की महिलाओं ने उत्साह के साथ किया है। कहा, राज्य सरकार ने जिस तत्परता के साथ इस योजना को शुरू किया है, उसकी सराहना होनी चाहिये। ये योजना राज्य सरकार की उपलब्धियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। पार्टी ने सोचा भी नहीं था कि इस योजना का स्वागत लोग इस तरह, इतनी ऊर्जा के साथ करेंगे। सुप्रियो ने कहा कि योजना के शुरुआती चरण में एक साथ कई विंडो खुल जाने के कारण सरवर कुछ धीमा पड़ गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तुरंत इसे संज्ञान में लिया और तकनीकी खामियों को दूर किया गया। जेएमएम नेता ने कहा, मैं मुख्यमंत्री को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने इस योजना की तारीख जो कि 10 अगस्त तक थी, इसे बढ़ाकर 15 अगस्त तक कर दिया है। ताकि अधिक से अधिक परिवारों तक योजना का लाभ पहुंच सके।
सुप्रियो ने कहा कि सरकार की इस लोकप्रिय योजना से बीजेपी पूरी तरह से बौखला गयी है। किसी भी योजना को लेकर गलतफहमी और भ्रम की स्थिति पैदा करने बीजेपी की पुरानी योजना रही है। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर भी ये लोग कई स्थानों पर अनर्गल बातें फैला रहे हैं। सुप्रियो ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि इस योजना से लोग कमाई कर रहे हैं। मरांडी ने यहां तक कहा कि इस योजना के सहारे राज्य सरकार भी कमाई करने जा रही है। कहा, इस योजना से राज्य की लगभग 50 लाख महिलाओं को हर साल 12000 रुपये सरकार देने जा रही है। कहा चूंकि सरकार अपने खाते से ये रुपये दे रही है, इसलिए इसमें सरकार की राशि खर्च होनी है। लेकिन बीजेपी के अंदर बौखलाहट इतनी बढ़ गयी है कि वो इस सच्चाई को भी समझने के लिए भी तैयार नहीं हैं।
सुप्रियो ने आगे कहा कि बीजेपी ने पहले डेमोग्राफी को मुद्दा बनाने की कोशिश की। लेकिन उनके झूठ के पिटारे की सच्चाई जल्दी ही जनता के सामने आ गयी। कहा इन लोगों ने सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे को छोड़कर मजहबी उन्माद को अपना मुद्दा बनाने की कोशिश की। कहा जिस गेंद से वो खेल रहे थे, वो गेंद ही अब हवा में गायब हो चुकी है। कहा कि ऐसे माहौल में बीजेपी के पास मुद्दा नहीं होने से वो पूरी तरह से बौखलाहट में है। कहा कि उन्होंने सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का भी विरोध किया था, जिससे लाखों महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्तर पर संबल मिला। कहा रसोईया बहनों और आंगनबाड़ी बहनों को नियुक्तियां दी गयीं। राज्य में इसी तरह लाखों नियुक्तयां दी गयीं। ये सब बीजेपी को नहीं भा रहा है। कहा ये सरकार महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण पर पूरी तरह से केंद्रित है। जनता इस बात की गवाह है।