डेस्क:
सुरक्षाबल (Security Force) के जवान (Army Jawan) द्वारा अपने ही साथियों पर फायरिंग करने का एक और दुखद मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ (Poonch) के सुरनकोट स्थित 156 प्रादेशिक सेना बटालियान में सेना के जवान ने साथियों पर फायरिंग की। घटना में 1 जवान की मौत हो गई जबकि 3 अन्य जवान घायल हैं। फायरिंग करने वाला सिपाही भी घायल बताया जा रहा है। फिलहाल, उच्च सैन्याधिकारियों ने इस पर कुछ भी बोलने से इंकार किया है। मामले की जांच की जा रही है।
सीआरपीएफ जवान ने किया था सुसाइड
अभी कुछ दिन पहले ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान ने अपने परिवार को 18 घंटे तक बंधक बनाए रखने के बाद खुद गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। कहा जाता है कि जवान छुट्टी नहीं मिलने से परेशान था। उसने साथी जवानों और अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था। अधिकारियों और परिवार ने उसे समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं माना। हालांकि, इस प्रकार की घटनाएं कई बार सामने आई है जब किसी जवान ने अपने ही साथियों की जान ली। कई बार ये मामले हीट ऑफ द मूवमेंट की वजह से होते हैं तो कई बार मानसिक तनाव इसका कारण बनता है।
आत्मघाती हमला क्यों करते हैं सेना के जवान
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में नक्सली इलाकों में तैनात जवानों के बीच ऐसी घटनायें हो चुकी हैं। सीआरपीएफ और बीएसएफ में इस प्रकार की घटनायें ज्यादा होती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि काम करने की जगह की दुर्गमता, कठिन और लंबी ड्यूटी, छुट्टी का अभाव और कई बार अधिकारियों का दबाव ऐसी घटनाओं के पीछे जिम्मेदार होता है।