द फॉलोअप डेस्क
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में लाने के लिए उन्हें ‘ब्लैकमेल’करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि इस मामले की जांच कराई जानी चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एक हालिया टिप्पणी का हवाला देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’पर लिखा, ‘‘भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’वैसे तो देशभर में अपने काम पर लगी हुई है लेकिन महाराष्ट्र में यह कुछ अधिक ही शक्तिशाली रही है।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने अब इस बात की पुष्टि की है कि भाजपा ने उन्हें राजग में लाने के लिए ‘ब्लैकमेल’और जोर-जबरदस्ती का सहारा लिया।’उन्होंने कहा कि 2014 से पहले विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने तत्कालीन सिंचाई और जल संसाधन मंत्री अजित पवार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और इस दौरान 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का दावा किया गया था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह आरोप लगाने की अगुवाई की थी और राकांपा, जो अब राज्य और केंद्र में उनकी बहुत प्रिय सहयोगी है, को स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी करार दिया था। रमेश ने कहा, ‘अजित पवार ने अब खुलासा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें कथित सिंचाई घोटाले में अजित पवार के खिलाफ खुली जांच की सिफारिश करने वाली फाइल दिखाई थी। कोई उस खतरे की केवल कल्पना कर सकता है जो इस कदम में निहित था: हमारे सामने समर्पण कर दो या कार्रवाई का सामना करो।’
उन्होंने दावा किया कि यह एक गंभीर मामला है, क्योंकि इसमें न केवल जोर-जबरदस्ती और ‘ब्लैकमेल’ का इस्तेमाल शामिल है, बल्कि गोपनीयता की शपथ और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन भी शामिल है। रमेश ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जानी चाहिए। अजित पवार और महाराष्ट्र के कई अन्य विधायक शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से अलग होकर पिछले साल राज्य में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे।