हजारीबाग/पटना
नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किये गये हजारीबाग के प्राचार्य एहसानुल हक, उप प्राचार्य इम्तियाज आलम और पत्रकार जमालुद्दीन की रिमांड पूरी होने के बाद सीबीआई ने पटना की विशेष अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर तीनों को न्यायिक हिरासत में पटना के बेउर जेल भेज दिय गया है। बता दें कि NEET पेपर लीक मामले में CBI झारखंड को केंद्र बनाकर जांच आगे की जांच कर रही है। वहीं, दोबारा परीक्षा कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिक दायर की गयी है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है।
झारखंड से जुड़े कई अहम सुराग मिले हैं
इधर, हजारीबाग से गिरफ्तार ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज व जमालुद्दीन और धनबाद से गिरफ्तार अमन सिंह को रिमांड पर लेकर सीबीआइ पूछताछ कर रही है। इस दौरान जांच एजेंसी को झारखंड से जुड़े कई अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की एक टीम झारखंड में संजीव मुखिया, रॉकी व अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं, झारखंड में इस मामले से जुड़े अभ्यर्थियों की भी तलाश कर रही है।
4 जून को जारी हुआ था रिजल्ट
मिली खबर के मुताबिक नीट पेपर लीक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुजरात के छात्रों के वकील ने दलीलें रखीं हैं। एक याचिका कर्ता के वकील ने कहा है, नीट परीक्षा का परिणाम 14 जून को घोषित किया जाना था। लेकिन इसे 4 जून को जारी कर दिया गया। हम परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। एक अन्य वकील ने कहा कि एनटीए को एक निजी काउंसलर संस्था से एक मेल मिला है। मेल में कहा गया है कि परीक्षा से एक दिन पहले ओएमआर घोटाला हो रहा है। साथ ही एक टेलीग्राम चैनल के नीट परीक्षा का क्वेश्चन पेपर अपलोड करने का दावा किया गया है।