द फॉलोअप डेस्कः
गुजरात के राजकोट में शनिवार शाम पांच बजे गेम जोन में आग लगने से अब तक 12 बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, हादसे में हताहत लोगों की संख्या बढ़ सकती है। इस दर्दनाक हादसे से देशभर में शोक की लहर है। घटना पर राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित अन्य ने भी शोक जताया है। वहीं, कांग्रेस ने गुजरात सरकार से लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गेम जोन में कई जगह मरम्मत और रेनोवेशन का काम चल रहा था। बड़ी संख्या में प्लाई के टुकड़े और लकड़ियां फैली हुई थीं। आग लगते ही ये भी उसकी चपेट में आ गए और 30 सेकेंड के अंदर आग पूरे गेम जोन में फैल गई। आग से पूरा गेम जोन जलकर खाक हो गया है।
99 रुपये की टिकट वाली थी स्कीम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम चल रही थी। इस वजह से गेमिंग जोन में कई लोग मौजूद थे। आग लगने के कारणों की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है लेकिन शुरुआती जांच में सामने आया है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। माना जा रहा है कि गेमिंग जोन संचालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। इसमें टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, उनके पार्टनर प्रकाश जैन, मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य शख्स राहुल राठौड़ शामिल हैं।
गेम जोन में थे ज्वलनशील पदार्थ, फायर एनओसी भी नहीं थी
सूत्रों के अनुसार, टीआरपी गेमिंग जोन में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे और साथ ही उनके पास फायर एनओसी भी नहीं थी। रिपोर्ट के अनुसार, वहां कई हजार लीटर पेट्रोल और डीजल रखा हुआ था। इतना ही नहीं, एंट्री और एग्जिट के लिए भी केवल एक ही गेट था। इस वजह से आग लगने के बाद लोग वहां से आसानी से निकल पाने में नाकामयाब रहे और वहीं फंसे रहने के कारण उनकी मौत हो गई।
राष्ट्रपति ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति है, जिन्होंने अपने छोटे बच्चों और प्रियजनों को खो दिया है। मैं ईश्वर से बचाए गए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।'
राज्य सरकार ने दिया मुआवजा
राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। गेम जोन अग्निकांड मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने SIT जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए 5 अफसरों की SIT टीम गठित की गई है. वरिष्ठ IPS अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 अधिकारियों की टीम मामले की SIT जांच करेगी।