द फॉलोअप डेस्क
कुवैत अग्निकांड में 49 लोगों की मौत हो गई। इस अग्निकांड को लेकर कुवैत से लेकर भारत तक सनसनी फैल गई है। इस घटना में मरने वाले लोगों में ज्यादा संख्या भारतीय लोगों की है। इस घटना के बाद कुवैत सरकार एक्शन में है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि 49 मासूमों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मंगाफ में NBTC ग्रुप ने इस बिल्डिंग को किराए पर लिया था। कंपनी ने अपने काम करने वाले 196 मजदूरों के रहने का इंतजाम यहां किया था। जो कि क्षमता से कहीं अधिक था। खबरों में यह भी कहा गया है कि मजदूरों को ठूंस-ठूंस कर इस बिल्डिंग में रहने में मजबूर किया गया था।
पूरी बिल्डिंग में एंट्री गेट एक ही
इस अग्निकांड में सबसे बड़ी लापरवाही यह सामने आई है कि पूरी बिल्डिंग में एंट्री गेट एक ही था। इमारत की छत पूरी तरह से बंद थी, जिस वजह से छत के रास्ते भी मजदूर खुद को बचाने में असफल रहे। आग लगने की घटना के बाद कुवैत के गृहमंत्री शेख फहद अल यूसुफ अल सबह घटनास्थल पर पहंचे और बिल्डिंग मालिक की गिरफ्तारी का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में आवासीय कानून (Law of House) का उल्लंघन हुआ है। नियमों का उल्लंघन करके विदेशी मजदूरों को अत्यधिक असुरक्षित स्थितियों में रहने को मजबूर किया गया ताकि कंपनी का मालिक खर्चों में कटोती कर सके।
मरने वालों में करीब 42 भारतीय
भारत के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मरने वालों में करीब 42 भारतीय हैं। ANI के मुताबिक, इनमें 12 केरल और 5 तमिलनाडु से थे। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज कुवैत के लिए रवाना हो चुकी हैं। हादसे के बाद भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि इमारत में आग लगने की वजह से कुछ शव इतनी बुरी तरह से जल गए हैं, कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। कई शव बिल्डिंग की सीढ़ियों पर मिले। भारत का एयरफोर्स वन प्लेन शवों को वापस लाने के लिए तैयार खड़ा है। मंत्री ने कहा, "जैसे ही शवों की पहचान हो जाती है, उनके परिजन को इसकी सूचना दी जाएगी।
बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे हुआ हादसा
गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे हुआ। 6 मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर के किचन में लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। उस वक्त सभी कामगार सो रहे थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत के के विदेश मंत्री अली अल-याह्या से फोन पर बात की। कुवैत ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच करके गुनहगारों को सजा दी जाएगी। जयशंकर ने मारे गए लोगों के शवों को जल्द जल्द भारत भेजने की अपील की है।