द फॉलोअप नेशनल डेस्क
चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने नरेंद्र मोदी सरकार में एक बार फिर से लोकसभा में स्पीकर का पद मांगा है। साथ ही पार्टी ने कहा है कि वो मोदी सरकार को बाहर से समर्थन देगी और उनके नेता को NDA का संयोजक पद भी चाहिए। बता दें कि टीडीपी के लोकसभा में 16 सांसद हैं। इस लिहाज से पीएम को एनडीए की सरकार चलाने के लिए टीडीपी का समर्थन जरूरी रूप से चाहिए। इस बीच खबरें ये भी आ रही हैं कि नायडू ने वाजपेयी सरकार की तर्ज पर स्पीकर और NDA का संयोजक पद की मांग की है। साथ ही पार्टी ने कहा है कि वो मोदी सरकार को बाहर से समर्थन देगी।
स्पीकर पद नहीं मिलने पर क्या करेगी टीडीपी
टीडीपी की ओऱ से कहा गया है कि अगर उसे स्पीकर का पद नहीं मिलता है तो मोदी कैबिनेट में उसे कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलने चाहिए। हालांकि ये कौन से मंत्रालय होंगे, इस बारे में टीडीपी की ओऱ से कुछ नहीं कहा गया है। बता दें कि कल यानी 9 जून को मोदी कैबिनेट की शपथ ग्रहण से पहले भी टीडीपी की ओर से स्पीकर पद की मांग की गयी थी। ये भी बतातें चलें कि स्पीकर का पद लोकसभा सर्वाधिक अहम पद माना जाता है। समर्थन वापस लेने की स्थिति में और अविश्वास प्रस्ताव लाने की स्थिति में स्पीकर का पद बेहद अहम हो जाता है। टीडीपी इसीलिए स्पीकर का पद चाहती है।
आप नेता संजय सिंह ने क्या कहा
इधर, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि टीडीपी ने बहुत समझदारी का फ़ैसला किया है। अगर स्पीकर बीजेपी का होगा तो पार्टियाँ तोड़ी जायेंगी। सांसद सस्पेंड किए जाएंगे और संविधान की धज्जियां उड़ाई जायेंगी। कहा, अगर बीजेपी समर्थन नहीं देती तो INDIA गठबंधन को टीडीपी के स्पीकर का समर्थन करने पर विचार करना चाहिए। बहरहाल इस बाबत खबर लिखे जाने तक बीजेपी की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है।