द फॉलोअप डेस्क
महाराष्ट्र सरकार के लिए कैबिनेट मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज नागपुर में संपन्न हो गया। शपथ ग्रहण के बाद सीएम देवेंद्र फड़णवीस, दोनों डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने एक साथ मीडिया को संबोधित किया। इससे ये संदेश देने की कोशिश की गयी सरकार में तीनों के दलों के बीच कोई दरार नहीं है। इस मौके पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि स्थिति ऐसी है कि विपक्ष को विपक्ष का नेता तक नहीं मिला। जनता ने दिखा दिया है कि वे काम करने वालों के पीछे खड़ी है। हमने उन्हें (विपक्ष को) आमंत्रित किया था और मुझे लगा कि वे (शपथ ग्रहण समारोह में) आएंगे। जनता ने इन लोगों का बहिष्कार किया है। उन्होंने हमें 2.5 साल तक हल्के में लिया।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "EVM को लेकर एक पत्र दिया गया है। हमने जो काम किया, उसे सभी ने देखा है। 86 कैबिनेट मीटिंग हुईं और 850 फैसले लिए गए। इसके बाद भी हम एक टीम के तौर पर काम करेंगे। कर्नाटक, झारखंड और इन जगहों पर जीतने के बाद वे कहते हैं कि EVM अच्छी है और हारते हैं तो चुनाव आयोग को दोष देते हैं। हमें जो दिया गया है, हम उसका पालन-पोषण करेंगे।"
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा, पिछले कुछ दिनों से हम देख रहे थे कि किसे कितने विभाग मिल रहे हैं। यह सम्मेलन नागपुर में हो रहा है, मैं देवेंद्र जी को बधाई देता हूं। मैच नया है, विपक्ष वही है। हमने एक टीम के रूप में काम किया है। देवेंद्र जी और अजित दादा मेरे साथ हैं। मैंने पहले भी कहा था कि मैं 200 विधायक लेकर आऊंगा, अजित पवार का आना बोनस है। जनता के प्रति हमारी जिम्मेदारी है। फैसले गतिशील तरीके से लिए जाएंगे।"
इसी मौके पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया है, ऐसा कई सालों से होता आ रहा है। महायुति सरकार 23 तारीख को आई और आज कैबिनेट ने शपथ ली। आज अंतिम रूप लिया गया और आने वाले दिनों में काम शुरू हो जाएगा। हम उन्हें (विपक्ष को) कभी नज़रअंदाज़ नहीं करेंगे क्योंकि उनकी संख्या कम है।