द फॉलोअप डेस्क, रांची
रांची हिंसा के खिलाफ अंजुमन इस्लामिया कमिटी की ओर से बंदी का आवाह्न किया गया था. बंदी आने वाले 12 अगस्त को रखा गया था. लेकिन अब बंदी को स्थगित कर दिया गया है. रांची अंजुमन इस्लामिया कमिटी के अध्यक्ष मुख्तार अहमद ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी है.
स्वतंत्रता दिवस को लेकर बंदी को किया स्थगित
अंजुमन के अध्यक्ष मुख़्तार अहमद ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा की बंदी को स्थगित करने के पीछे की वजह आने वाला स्वतंत्रता दिवस को ध्यान में रख कर किया गया है. उन्होंने बताया की सभी पंचायतों की उपस्थिति में यह तय हुआ था की 12 अगस्त को रांची हिंसा के खिलाफ बंदी की जाएगी. कहा की स्वतंत्रता दिवस के बाद एक बार फिर बैठक बुलाई जाएगी और जिसके बाद बंदी की तारीख तय की जाएगी.
एक साल पहले हुई थी रांची हिंसा
10 जून 2022 को रांची के मेन रोड इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई. बता दें की पैगंबर मुहम्मद पर भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा के आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से देश भर के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन होने लगा. इस दौरान रांची में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उस दौरान पुलिस प्रशासन और भीड़ में झड़प हुई. हालांकि हिंसा के विरुद्ध पुलिस की द्वारा जवाबी कार्यवाई में दो युवकों की जान भी चली गई थी. जिसके बाद हिंसा को उकसाने को लेकर सैंकड़ों पर प्रथमिकी दर्ज की गई थी. बहुतों को गिरफ्तार भी किया गया. लेकिन उनमे से करीबन 50 से भी अधिक ऐसे आरोपी थे जो अब भी पुलिस के पकड़ से बहार थे. झारखंड हाईकोट ने रांची पुलिस से जवाब मांगा था की अब तक बाकि आरोपियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. जिसके बाद रांची पुलिस द्वारा बाकि बचे आरोपियों को तलाश कर गिरफ्तार कर रही है.
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