द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज सोशल मीडिया पर अपने पिता शिबू सोरेन से जुड़ा एक पोस्ट किया है। उन्होंने छठ के अवसर पर शिबू सोरेन के जेल में गुजारे हुए दिन का एक किस्से के जिक्र अपने पोस्ट में किया है। जिस वाकया को सीएम ने याद किया है उसके बारे में लेखक अनुज सिन्हा की किताब के पेज नंबर 81 में जिक्र है। किताब में लिखा है कि "जेल में शिबू सोरेन की लोग काफी इज्जत करते थे। एक दिन गीता नामक एक महिला कोई गीत गा रही थी। शिबू सोरेन ने मुझसे पूछा, 'झगडू ये महिला क्या कर रही है?' मैंने जवाब दिया, 'ये बिहारी महिला है और किसी मामले में जेल में बंद है। छठ आ गया है। यह हर साल छठ करती है; लेकिन इस बार जेल में रहने के कारण यह छठ नहीं कर पा रही है। इसलिए गीत गाकर संतोष कर रही है।' उसी समय शिबू सोरेन ने कहा, 'उससे कहो कि वह छठ करे। हम लोग उसके लिए पूजा के सामान की व्यवस्था करेंगे।' इसके बाद जेल के सभी कैदियों ने एक शाम उपवास रखकर पैसे जमा कर पूजा का सामान मँगवाया, ताकि गीता छठ कर सके। उन दिनों जेल में छठ की व्यवस्था नहीं होती थी, लेकिन सिर्फ गीता के लिए यह व्यवस्था की गई। गीता को भी भरोसा नहीं था कि उसके लिए शिबू सोरेन ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं।"
सीएम ने क्या लिखा
सीएम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि " आज अनुज भैया द्वारा लिखित किताब को पलट रहा था। आंदोलन के दिनों में जब आदरणीय बाबा दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी जेल में बंद थे यह तब की घटना है। संयोग देखिए आज ही यह प्रसंग मेरे सामने आया और आज ही नहाय-खाय से चैती छठ का आयोजन प्रारंभ हो रहा है। अपने सिद्धांतों पर अड़े रहते हुए, अपने लोगों को हक दिलवाने के लिए संघर्ष करते हुए, कठिन परिस्थितियों में भी सभी के प्रति समभाव/आदरभाव की अनूठी मिसाल है यह। अद्भुत व्यक्तित्व ..अभी बहुत कुछ लिखा जाना बाकी है" इसके साथ ही सीएम ने किताब की तस्वीरें भी शेयर की है। साथ ही उन्होंने सभी को चैती छठ पर्व शुभकामनाएं भी दी हैं।