द फॉलोअप डेस्कः
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा अपनों की ही सगी नहीं है, जनता की क्या होगी। उन्होंने गुरूवार को कहा कि भाजपा जिस तरह से संविधान को बदलने की बात कहकर ‘आरक्षण’ को अप्रत्यक्ष रूप से नकारती है, उसी तरह से समाज-विभाजन की बात कहकर ‘जातीय जनगणना’ को नकारती है। जन-विरोधी भाजपा ऐसी बातें सीधे कहने की बजाय अपने दशमुखियों से करवाती है और जब जन-विरोध बढ़ता है तो बेशर्मी से वापस लेने की बात भी करती है और मोहरे बने बेचारों से पल्ला झाड़ लेती है। ऐसे में वो बेचारे, जनता का आक्रोश झेलने के लिए मुँह ताकते रह जाते हैं। अलीगढ़ के ‘खैर’ वाले कह रहे हैं, इस बार भाजपा की ख़ैर नहीं।