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बेटियों का कत्ल कर खुदकुशी करने वाले डॉक्टर के बारे में अब तक क्या पता चला?

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द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड के हजारीबाग जिले में सदर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बिष्णु पुरी इलाके में सोमवार दोपहर एक डेंटल सर्जन राज कुमार ने अपनी दो नाबालिग बेटियों को जहर देने के बाद आत्महत्या कर ली। दोनों लड़कियों की भी मौत हो गई। डॉ राजकुमार कटकमसांडी के रहने वाले थे। वह नवाबगंज स्थित लक्ष्मी पेट्रोल पंप के सामने झील टावर के बगल में डेंटल क्लिनिक चलाते थे। उनका ससुराल कुम्हारटोली बोरा गोदाम के पास है। सोमवार को ससुराल में किसी सतइसा पूजा थी। पत्नी चांदनी देवी और तीनों बच्चे मायके गए हुए थे। इसी बीच सोमवार को डॉक्टर राजकुमार ससुराल पहुंचे और बेटा को पत्नी के पास छोड़ दिया। फिर दोनों बेटियों को लेकर विष्णुपुरी स्थित आवास लौट गए। घटना के पीछे की वजह पारिवारिक कलह बताई जा रही है। 


कुम्हारटोली में सतइसा में खलल, अवाक हुए लोग
डॉ राजकुमार की ससुराल में आयोजित सतइसा में खलल उत्पन्न हो गया। परिवार के बहनोई डॉ राजकुमार और भांजियों की मौत के बाद पूरा कार्यक्रम रोक दिया गया। मुहल्ले के निवासी मनोज गुप्ता बताते हैं कि इस घटना से मुहल्ले के सभी लोग हतप्रभ हैं। डॉ राजकुमार सतइसा पूजा में अपनी मां को भी ससुराल भेज दिया था। घटना के पहले वह अपनी मां, पत्नी और एक मासूम बेटे को ससुराल कुम्हारटोली भेजे थे। मालूम हो कि इतनी बड़ी घटना के बाद कटकमसांडी में शोक व्याप्त है। जानकारी के अनुसार वह कुछ दिनों पहले हैदराबाद से ईलाज कराकर लौटे थे।


बेटियों को जहर खाने के लिए मजबूर किया
पत्नी चांदनी देवी (35), अपने तीन साल के बेटे रंजीत सहित अपने तीन बच्चों के साथ मायके में थी। उसी समय डॉक्टर वहां पहुंचा। उसने अपनी दो बेटियों को उपहार खरीदने के बहाने अपने स्कूटर पर बैठाया। वह उन्हें अपने आवास पर ले गया। उसने अपनी दो बेटियों को जहर खाने के लिए मजबूर किया और एक धारदार हथियार से अपनी कलाई की नसें काट लीं। तीनों को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग ले जाया गया। अस्पताल में भर्ती होने के तुरंत बाद उन सभी ने दम तोड़ दिया।