द फॉलोअप डेस्कः
भाकपा माले ने कोडरमा लोकसभा सीट पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। बगोदर विधायक विनोद सिंह को कोडरमा लोकसभा सीट से भाकपा माले का उम्मीदवार बनाया है। शनिवार को रांची स्थित पार्टी कार्यालय में यह निर्णय लिया गया। इस फैसले के बाद द फॉलोअप से फोन पर बात करते हुए माले विधायक विनोद सिंह ने पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों का धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी और महागठबंधन की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। लोगों को जो उम्मीद भाकपा माले और महागठबंधन से है उसे वह पूरा करने की कोशिश करेंगे। वह संसद में लोगों की आवाज को बुलंद करेंगे।
युवा, बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे को संसद में बुलंद करेंगे
उनसे जब पूछा गया कि उनके सामने बीजेपी सांसद अन्नपूर्णा देवी होंगी तो वह कैसे इस चुनौती को हैंडल करेंगे । इसपर उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से यहां भाजपा जीतती आ रही हैं लेकिन, जितना विकास कोडरमा लोकसभा का होना चाहिए था वह नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला घोषित होने के बाद भी कोई बीजेपी नेता उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाये। यहां के लोगों की आकांक्षाओं का गला घोंटा गया है। उम्मीद के अनुसार काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि अगर जनता उनको अपना सांसद चुनती है तो कई एक मुद्दों पर सुधार करेंगे।
बिनोद सिंह ने कहा कि कोडरमा में मजदूर, दलित और पिछड़ों की स्थिति में पिछले कई दशक से कोई सुधार नहीं हुआ है। वह प्रवासी मजदूरों की सुविधाओं का ध्यान रखेंगे। गौरतलब है कि विनोद सिंह युवाओं के पक्ष में हमेशा मुखर रहते हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी है। वह युवाओं के मुद्दों को यहां तो जोरो-शोरों से उठाती है लेकिन जब संसद में बोलने की बारी आती है तो चुप हो जाती है। अगर वह संसद में पहुंचे तो युवाओं के मुद्दे को लेकर मुखर रहेंगे। युवा, बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे को लेकर संसद में आवाज उठाते रहेंगे। बता दें कि वर्तमान में विनोद सिंह बगोदर के विधायक हैं।
भाकपा माले के प्रदेश सचिव मनोज भक्त ने प्रेसवार्ता कर कहा कि इंडिया गठबंधन की ओर से विनोद सिंह के नाम पर मुहर लगा दी गई है। वहीं उन्होंने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ-साथ संकल्प पत्र भी जारी किया है। संकल्प पत्र जारी करते हुए भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि कोडरमा में मजदूर, दलित और पिछड़ों की स्थिति में पिछले कई दशकों से कोई सुधार नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पिछले एक दशक से ज्यादा समय से कोडरमा लोकसभा का नेतृत्व कर रही है लेकिन वहां की मजदूर आज भी दर-दर भटकने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जब उनके प्रत्याशी जीतकर लोकसभा पहुंचेंगे तो निश्चित रूप से कोडरमा में काम करने वाले मजदूर और मूल निवासियों की समस्याओं को उठाने का काम करेंगे।