द फॉलोअप डेस्क, हजारीबाग:
विजय शंखनाद संस्था द्वारा एक प्रेस वार्ता प्रेस क्लब सभागार में आयोजित की गई। संस्था के अध्यक्ष अमरदीप यादव ने बताया कि 500 वर्षों बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए और 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा हुआ है। पूरी दुनिया के सनातन धर्म प्रेमी गौरवान्वित है इसलिए इस शुभ वर्ष में संस्था अपने शिविर से सभी झांकियों और रामभक्तों पर पुष्प वर्षा करेगी। अधिक फूल उपलब्ध कराने के लिए फूल विक्रेताओं से संपर्क किया गया है। अमरदीप ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के पर्यटन विभाग के वेबसाइट utsav.gov.in में हजारीबाग रामनवमी का संक्षिप्त इतिहास और तस्वीरें अपडेट कर दिया गया है।
झांकी देखने आये लोग आकर्षित होंगे
इससे विदेशी पर्यटक हज़ारीबाग़ इंटरनेशनल राममवमी के बारे में जानकारी प्राप्त कर रामनवमी में हज़ारीबाग़ रामनवमी, विजयादशमी और एकादशी जुलूस देखने आने के लिए आकर्षित और प्रेरित होंगे। इससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। इसके लिए भारत सरकार बधाई के पात्र हैं। 27 फरवरी 2022 से संस्था ने इस विषय को सरकार को ध्यान आकृष्ट कराया था।
संस्था ने दिलाया था राजकीय महोत्सव का दर्जा
संस्था ने सबसे पहले हजारीबाग रामनवमी को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने का किया था। इस मांग के लिए जागरूकता और प्रयास जारी रहेगी। 23 अप्रैल 2024 को पैराडाइस रिसॉर्ट में हनुमान बालरूप सजा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। दो कैटेगरी में यह प्रतियोगिता होगी। जिसमें नगद पुरस्कार दिए जाएंगे।
विजयादशमी जुलूस में चिकित्सा शिविर लगायेगी
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विजय शंखनाद संस्था इंद्रलोक टावर के नीचे विजयदशमी और एकादशी जुलूस में चिकित्सा शिविर लगाएगी। साथ ही चना, सत्तू, शरबत, बिस्कुट पानी का वितरण करेगी। सचिव बुद्ध प्रिय मौर्य आदित्य ने बताया कि रामनवमी के इतिहास पर हिंदी और अंग्रेजी में दो पुस्तक लिखने की प्रक्रिया जारी है सभी अखडेधारियों से अपील है कि अपने क्लब से जुड़े तस्वीर, दस्तावेज आदि उपलब्ध कराएं। जिससे की पुस्तक लिखने में आसानी होगी। प्रेस वार्ता में उपाध्यक्ष अजीत गुप्ता, सदस्य कैलाश कुमार साहू और संदीप उपाध्याय उपस्थित थे।