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UPDATE : ED के अफसरों की हर गतिविधि पर थी योगेंद्र तिवारी की नजर, इस पर भी हो रही पूछताछ

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द फॉलोअप डेस्क:
बड़े शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी ईडी दफ्तर पहुंचे हुए हैं। शराब घोटाला मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने योगेंद्र तिवारी और उनके भाई अमरेंद्र तिवारी से पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी के समन पर दोनों भाई ईडी कार्यालय पहुंचे हैं। यहां दोनों से पूछताछ चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, शराब घोटाले के साथ ही इस बात पर भी ईडी पूछताछ कर रही है कि तिवारी ब्रदर्स की तरफ से ईडी अफसरों की रेकी क्यों करायी जा रही थी। ईडी ने योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर छापामारी के दौरान भी इस बारे में पूछताछ की थी। 


दरअसल, ईडी को यह जानकारी मिली थी कि योगेंद्र तिवारी कई महीनों से ईडी के अफसरों की जासूसी करा रहे थे। बकायदा इसके लिए एक निजी एजेंसी की भी मदद योगेंद्र तिवारी ले रहे थे। 
बता दें कि प्रेम प्रकाश के यहां हुए छापे के बाद ही योगेंद्र तिवारी ईडी की रडार पर आ गये थे। तब से ही वह ईडी पर नजर रख रहे थे। इस संबंध में भी तिवारी ब्रदर्स से पूछताछ की जा रही है।

19 जिलों में है वर्चस्व
गौतलब है कि योगेंद्र तिवारी ने साल 2021-22 में शराब के थोक कारोबार का ठेका लिया था। योगेंद्र तिवारी ने राजनीतिक गलियारे और नौकरशाही में अपने संबंधों के जरिये यह ठेका हासिल किया था। साल 2021 में सरकार की थोक शराब नीति लागू होने के बाद योगेंद्र तिवारी ने 19 जिलों में शराब के ठेकों पर वर्चस्व बनाया था। तब उत्पाद विभाग को भेजे गये बैंक खातों से इसका खुलासा हुआ था कि 19 जिलों में तिवारी से संबंधित लोग ही शराब के थोक व्यापार में शामिल थे। इसके लिए जामताड़ा के एक ही बैंक की शाखा से 30 करोड़ रुपये के डिमांड ड्राफ्ट बनवाये गये थे।

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