द फऑलोअप डेस्क
राजधानी रांची के जगन्नाथपुर थाना के सामने बने कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा को अज्ञात लोगों ने शुक्रवार की सुबह ब्लू रंग की प्लास्टिक से ढककर बांध दिया। बीजेपी के विधि प्रकोष्ठ के संयोजक और अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। इस पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि जिस तरह से राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और बीजेपी के नेता रहे स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा को आज्ञात लोगों ने प्लास्टिक से बांध दिया,उससे साफ पता चल रहा है कि कोई प्रतिमा को नुकसान पहुंचाना चाहता है। इतने भीड़-भाड़ वाले चौक में जगन्नाथपुर थाना के सामने ये घटना घटी और किसी ने देखा भी नहीं, यह चौकाने वाली बात है। इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें की पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 15 अगस्त को प्रतिमा का अनावरण किया था। भाजपा नेताओं ने प्रतिमा को स्थापित करने के लिए रांची नगर निगम से प्रस्ताव पारित कराया था और तत्कालीन मुख्य मंत्री रघुवर दास की सरकार से स्वीकृति ली थी। लेकिन 24 अगस्त को कांग्रेस नेता अजय तिर्की ने प्रतिमा हटाने के लिए भीड़ जुटाई थी। उनका कहना था कि कैलाशपति मिश्र का न तो देश की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान था और न ही झारखंड निर्माण के आंदोलन में, फिर ऐसे में उनकी प्रतिमा लगाने का कोई मतलब नहीं बनता है। लेकिन तब प्रशासन की मुस्तैदी से प्रतिमा सुरक्षित रही थी। झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा ने भी प्रतिमा का विरोध किया था। उनका कहना है कि जिन लोगों ने झारखंड आंदोलन की लड़ाई लड़ी, शहीद हुए वह आज उपेक्षित हैं और जो लोग झारखंड निर्माण का विरोध करते थे उनकी आज रांची में प्रतिमा लगाई जा रही है।