रांची:
रांची के कोल्हान इलाके के नक्सली उमेंश यादव उर्फ विमल ने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर करने का फैसला किया है। बता दें कि वह एरिया कमेटी का सदस्य (SAC) है। बता दें कि उमेश यादव बिहार के जहानाबाद जिले के सलेमपुर थाना के करौना का रहने वाला है।
बूढ़ापहाड़ के माओवादियों को लगा झटका
गौरतलब है कि जोनल कमांडर महाराजा प्रमाणिक ने इससे पहले खुद को पुलिस के हवाले किया था और बूढ़ापहाड़ के माओवादियों को झटका दिया था। इस बार उमेश ने शुक्रवार (25 फरवरी) को आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर के समक्ष खुद को हवाले कर दिया। कहा जा रहा है कि बूढ़ापहाड़ के माओवादियों को फिर से बड़ा झटका लगा है। बता दें कि उमेश यादव उर्फ विमल को इसके बदले में 25 लाख रुपये दिए जाएंगे।
संगठन में दरकिनार किए जाने से नाराज था
कहा जा रहा है कि उमेश संगठन के भेदभाव से काफी परेशान हो चुका था। उसका कहना है कि संगठन में बाहरी लोगों को ज्यादा सम्मान दिया जा रहा था। उसने बताया कि उसे दरकिनार किया जा रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक भाकपा ( माओवादियों) ने बिहार में काम करना वाला सेंट्रल कमेटी मेंबर प्रमोद मिश्रा और मिथिलेश महतो सीमावर्ती इलाको में ज्यादा सक्रिय था।
सुरक्षा एजेंसियों को ये भी सूचना मिली थी कि मिथिलेश का नियंत्रण बूढ़ापहाड़ में पूरी तरह से हो गया था। कहा जा रहा है कि इस वजह से उमेश यादव उर्फ विमल को संगठन में दरकिनार किया जाने लगा था। उमेश ने आत्मसमर्पण कर दिया।
सुरक्षाबलों को लंबे समय से थी विमल की तलाश
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों को लंबे समय से उमेश उर्फ विमल की तलाश थी। उसने बूढ़ापहाड़ इलाके में आतंक मचा रखा था। उमेश ने एके-47 के साथ सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।