द फॉलोअप डेस्क
आदिवासी सेंगल अभियान के मुखिया सालखन मुर्मू को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने उनके जमशेदपुर के कदमा स्थिति घर की घेराबंदी कर दी है। हाउस अरेस्ट के बाद सालखन के कहीं आने-जाने पर पाबंदी होगी। हालांकि इसका कोई स्पष्ट कारण फिलहाल नहीं बताया गया है। लेकिन इसे पीएम नरेंद्र मोदी की झारखंड यात्रा से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है पीएम मोदी की यात्रा के दौरान चार युवकों ने आत्मदाह करने की घोषणा की थी। युवकों का विरोध सरना धर्म कोड को लागू करने में हो रही देरी को लेकर था। सालखन मुर्मू ने इन युवकों के समर्थन में बयान दिया था। हालांकि बाद में चारों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सालखन की हाउस अरेस्टिंग को इसी प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है।
सालखन ने की कड़ी निंदा
वहीं सालखन ने हाउस अरेस्टिंग को गलत बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि 15 नवंबर को उनका साकची में भगवान बिरसा की मूर्ति के सामने अनशन का कार्यक्रम निर्धारित था। प्रशासन को इससे कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिये थी। मुझे हाउस अरेस्ट करना प्रशासन के आदिवासी विरोध और नकारात्मक रवैये को जाहिर करता है। बहरहाल उन्होंने अपने अनशन कार्यक्रम को रद्द करने की घोषणा कर दी है। मौके पर उन्होंने कहा कि जब दिल्ली से आकर पीएम नरेंद्र मोदी खूंटी, उलीहातु जाकर बिरसा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर सकते हैं, तो वे झारखंड के जमशेदपुर में ऐसा क्यों नहीं कर सकते। वे प्रशासन के इस कदम पर अपनी असहमति दर्ज कराते हैं।
क्या बयान दिया था सालखन ने
भारत के लगभग 15 करोड़ आदिवासी समाज को उनकी धार्मिक आजादी नहीं देना संविधान- कानून का गला घोंटने जैसा है। जोर जबरदस्ती से सबको हिंदू, मुसलमान, ईसाई आदि बनाने के लिए मजबूर करना है। वहीं अपनी जान की बाजी लगाकर भी सरना धर्म कोड की मान्यता को हासिल करने के लिए बलिदानी साहस को कुचलने के लिए सेंगेल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना बिल्कुल निंदनीय है। सेंगेल इसकी भर्त्सना करता है और निकट भविष्य में बड़े निर्णायक जन आंदोलन की घोषणा करेगा। उम्मीद है भारत के मान्य प्रधानमंत्री भारत के प्रकृति पूजक आदिवासियों की भावनाओं का सम्मान करेंगे और उलिहातू में सरना धर्म कोड के मान्यता की घोषणा करेंगे।