रांची
रांची के तमाड़ स्थित प्राचिन कालीन दिउड़ी मंदिर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पांच सितंबर को ग्रामीणों ने मंदिर पर ताला बंदी कर दी थी। मंदिर परिसर में बैठक कर ट्रस्ट के विरोध में भड़काऊ भाषण दिये गये थे। इसके बाद पुलिस ने 18 लोगों पर नामजद और 100 अज्ञात लोगों के पर मामला दर्ज कराया था। दो आरोपी राधाकृष्ण मुंडा और पूर्ण चंद्र मुंडा को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
आज बुधवार को पतरा मैदान में आदिवासी महाजुटान हुआ। इसमें सरना धर्म के गुरु बंधन तिग्गा, देवकुमार धान, प्रेम शाही मुंडा भी शामिल हुए। पांचवीं अनुसुची, सीएनटी और ग्रामसभा का हवाला देते हुए मंदिर के जमीन पर फिर से मालिकाना हक जताया गया। वहीं ट्रस्ट पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बिना ग्रामसभा की अनुमति के ट्रस्ट का निर्माण कैसे हुआ। इस बैठक में धर्म गुरु बंधन तिग्गा, देव कुमार धान, प्रेम शाही मुंडा के अलावा लक्ष्मी नारायण सिंह मुंडा, सुरेश सोय, एलेन उरांव, दिनकर कश्यप, कुंदर्शी मुंडा, सेलिना लकड़ा, पंचानंद सिंह मुंडा, सिदाम सिंह मुंडा, सोबरन मुंडा सहित सैकड़ों की संख्या आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
बैठक में सर्वसमिति से ये निर्णय लिए गए-
- 29 सितंबर 2024 को टोड़ांग मैदान में आदिवासी जनाक्रोश महारैली का आयोजन होगा।
- संगठन के संचालन के लिए देवरी दीरी आदिवासी जमीन बचाओ अभियान समिति का गठन हुआ। इस समिति में सभी संयोजक रहेंगे।
- इस रैली को सफल बनाने के लिए 32 जनजाति के अगुवा एवं पूरे देश और राज्य के आदिवासी समाज के धार्मिक सांस्कृतिक अगुवा शामिल होंगे।