द फॉलोअप डेस्क
मेदिनीनगर : महागठबंधन की सरकार हेडक्वार्टर से चलने वाली सरकार नहीं है। ये सरकार गांव-देहात से चलने वाली सरकार है। जहां कभी कोई पदाधिकारी नहीं गया उस गांव में पदाधिकारियों को पहुंचाया। गांव-गांव सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया गया। गुरूवार को ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहीं। वे मेदिनीनगर में मुख्यमंत्री मंईंयां सम्मान योजना के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमने 1 हजार रुपये देना शुरू किया है। ये चलता रहेगा आने वाले 5 सालों के अंदर हम हर घर तक 1-1 लाख पहुंचाने का काम करेंगे। यह हम वादा करते हैं।
हमारी सरकार ने हार नहीं मानी
सीएम हेमंत ने कहा कि वर्ष 2019 में हमारी सरकार बनते ही बड़ी-बड़ी समस्याएं आने लगी। कोरोना महामारी आ गया। उस महामारी में सब बंद था। कोई घर से नहीं निकल सकता था। झारखंड से दूसरे राज्य में काम करने जो लोग गये थे वो वहीं फंस गये थे। चारों तरफ त्राहिमाम था। उस स्थिति में भी हमारी सरकार ने हार नहीं मानी। उस समय भी हमने हवाई जहाज, ट्रेन और बस से लोगों को उनके घर पहुंचाया। केंद्र की सरकार उस समय कहती थी कि हवाई चप्पल वाले को हम हवाई जहाज पर चढ़ाएंगे। हवाई जहाज पर तो चढ़ाया नहीं बल्कि उनको सड़क पर छोड़ दिया।
यहां एक दिन घर का आदमी मजदूरी नहीं करेगा तो घर का चूल्हा नहीं जलेगा। उस समय में हमारी महिला दीदियों ने गांव-गांव पंचायत-पंचायत में गरीब-गुरबों को खाना खिलाया था। याद कीजिए वो दिन कि किस तरह राज्य की महिलाओं ने अपनी जान की परवाह किये बिना राज्य की जनता को बचाया। कोरोना ने दो-दो मंत्रियों को निगल लिया। उनके आशीर्वाद से आज मंईयां सम्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है। हमने साढ़े चार साल में जो लकीर खींची है वो ये लोग 20 साल में क्या 50 साल में भी नहीं कर पाएंगे। हमारे विपक्ष के लोग षडयंत्र रचते हैं। कोरोना का बादल छंटा तो सरकार गिराने में लग गये। विधायक को खरीद-फरोख्त में लग गये। हमको भी झूठे केस में फंसा दिया। पहले हम कैसे दिखते थे, अब कैसे दिखते हैं। हमको दो-ढाई साल तक इन लोगों ने परेशान किया। यहां तक की जेल भी भेज दिया। लेकिन कहते हैं कि भगवान के घर में देर है पर अंधेर नहीं है। आज सच्चाई छिप नहीं सका। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश से आज हम आपके बीच खड़े हैं। इन लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ा। क्योंकि हमलोगों का काम ही ऐसा था। पहले हम गांव-देहात को मजबूत करेंगे। गांव ही मजबूत नहीं होगा तो शहर कैसे मजबूत होगा।
गांव की बच्चियों को हमने सावित्री बाई फूले योजना से जोड़ा। 9 लाख बच्चियों को योजना से जोड़ा गया है। अब यह 15 लाख होने वाला है। इसलिए, आपको जो भी पढ़ना है पढ़िए, सरकार आपको गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए 15 लाख तक की सहायत राशि देगी। जिसमें मात्र 4 प्रतिशत इंट्रेस्ट देना होगा। वो भी पढ़ाई पूरी करने के बाद।
युवाओं का भविष्य विपक्ष ने गर्त में डाला
हेमंत ने कहा कि विपक्ष युवा आक्रोश रैली निकालने वाला है। युवाओं का भविष्य तो इन लोगों ने गर्त में डाल दिया। सबसे ज्यादा फौज में भर्ती होती थी, वहां नियुक्ति बंद है। कोल इंडिया में सबसे ज्यादा नियुक्ति होता था, वहां बंद हो गया। बैंक में नियुक्ति होता था, वहां बंद हो गया। अब नियुक्तियों का सारा बोझ राज्य सरकार पर डाल दिया गया। फिर भी हमने हार नहीं मानी। हम हजारों नियुक्तियां दे रहे हैं। चाहे वह जेपीएससी के माध्यम से हो, पंचायत सचिव हो, शिक्षकों की नियुक्ति हो, कृषि विभाग में नियुक्ति हो। अनेक नियुक्तियां हमने की। अभी सिपाही की भी बहाली होनी है वो अंतिम चरण में है। अभी उत्पाद सिपाही की भी नियुक्ति होनी है। उसमें भी हम लोग लगे हैं। नियम कायदा-कानून कभी बना ही नहीं। हमलोग बनाते हैं तो ये लोग असंवैधानिक बोल देता है। हमलोग स्थानीय नीति, नियोजन नीति बनाए तो ये लोग कोर्ट चले गये। वहीं, भाजपा शासित राज्यों में कानून बनता है तो वो संवैधानिक हो जाता है। ये लोग हिंदू-मुस्लिम के नाम पर, अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर और सिक्ख-ईसाई के नाम पर आपके बीच जहर घोलने का काम करेंगे। नवंबर दिसंबर में राज्य में चुनाव होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव में भी इन लोगों ने इतना हिंदु-मुस्लिम किया कि देश कि जनता ने इनको इतना जबरदस्त तमाचा मारा। सरकार बनाने के लिए इनको बैसाखी का सहारा लेना पड़ा। इनके पास कोई मुद्दा कोई एजेंडा भी नहीं है। पहले ये लोग हमको भ्रष्टाचारी कहते थे। हमको जेल में डाल दिया। हम आज आपके सामने खड़े हैं। जमीन चोर और जमीन दलाल बोल के दिखाओ। जब यहां के नेताओं से इनकी पार्टी नहीं संभल रही तो ये छत्तीसगढ़, असम और मध्यप्रदेश से नेता लाते हैं। यहां पर झूठी बयानबाजी करते हैं। विधायक और सांसदों को तोड़ने-फोड़ने का काम करते हैं। खैर इनसे हम डरने वाले नहीं है। ऐसे कई लोग आएंगे और जाएंगे।