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आज मुख्यमंत्री हेमंत-कल्पना की शादी की 19वीं सालगिरह, सोरेन परिवार में कल्पना के आते ही बदल गई सीएम की तकदीर

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द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन की आज 19वीं शादी की सालगिरह है। 19 साल पहले आज के दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पत्नी के रूप में कल्पना सोरेन को चुना था। एक पत्नी के रूप में कल्पना सोरेन ने हर मुश्किल घड़ी में हेमंत सोरेन का बखूबी साथ दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन की बड़े बेटे की शादी ओडिशा में हुई है। ओडिशा की रहने वाली कल्पना सोरेन से शिबू सोरेन परिवार की पहली मुलाकात एक शादी समारोह में हुई। बताया जाता है कि पहली नजर में शिबू सोरेन परिवार ने कल्पना सोरेन को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर लिया। फिर दोनों परिवारों की आपसी सहमति से शादी की तारीख तय हो गई।

 
हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के परिवार के बीच सहमति बन जाने के बाद संताली रीति-रिवाज से दोनों की शादी हुई। वैलेंटाइन वीक के पहले दिन 7 फरवरी 2006 को दोनों शादी के बंधन में बंध गए। हेमंत सोरेन की बारात रामगढ़ के पैतृक गांव नेमरा से क्योंझर के लिए रवाना हुआ। जब हेमंत सोरेन की शादी हुई, उस वक्त उनके पिता शिबू सोरेन केंद्र सरकार में कोयला मंत्री थे। शिबू सोरेन और परिवार के अन्य सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में बाराती सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों से बारीपदा पहुंचे थे। जहां बारातियों के स्वागत के लिए कल्पना सोरेन के परिवार के साथ ही हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की ओर से सारा इंतजाम किया गया था।


2006 में कल्पना सोरेन के बहू बनकर घर आते ही सोरेन परिवार की तकदीर बदल गई। 2005 में हेमंत सोरेन दुमका में अपने जीवन का पहला चुनाव हार गए थे। लेकिन कल्पना सोरेन के आने के बाद हेमंत सोरेन पहले राज्यसभा के लिए चुने गए, बाद में दुमका से चुनाव में जीत हासिल की और उपमुख्यमंत्री के बाद मुख्यमंत्री बने। 2024 में हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना ने ही लोकसभा चुनाव में प्रचार का जिम्मा संभाला, बाद में विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्टार प्रचारक बनीं।