गढ़वाः
आदमखोर तेंदुआ को मारने की अवधि आज खत्म होने वाली है। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने 31 जनवरी तक ही तेंदुआ को मारने का समय दिया था। हैदराबाद से गढ़वा आए शूटर नवाब शपथ अली भी अपने कुछ काम से बाहर चले गये हैं। इधर संजय टाइगर रिजर्व के एक्सपर्ट भी दो दिन के लिए बाहर चले गये हैं, लेकिन उन्होंने गढ़वा के वन विभाग कर्मियों रहने दिया है। इसलिए टीम तेंदुआ को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है। गढ़वा सीएफ दिलीप कुमार ने बताया कि ये वाली अनुमति खत्म होने के बाद फिर से प्रस्ताव तैयार होगा। सभी बिंदुओं पर फिर से रिपोर्ट तैयार किया जाएगा। तेंदुआ की गतिविधि की भी समीक्षा होगी।
ट्रैकुलाइज कर पकड़ा जाएगा तेंदुआ को
बता दें कि तेंदुआ को सिर्फ ट्रैकुलाइज कर पकड़ा जा सकेगा। पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ ने तेंदुआ को मारने के लिए कई शर्तों को लागू किया था। तेंदुआ को पहले ट्रैकुलाइन किया जाएगा या केज के माध्यम से पकड़ा जाएगा। ट्रैकुलाइजर की क्षमता मात्र 25 से 30 मीटर है। हालांकि 28 दिसंबर के बाद तेंदुआ ने किसी पर हमला नहीं किया है। तीन बच्चों की जान लेने के बाद वन विभाग ने तेंदुआ को मारने की अनुमति मांगी थी। तेंदुआ को पकड़ने के लिए 50 से अधिक कैमरा लगाया गया है, जबकि छह विभिन्न इलाकों में केस लगाए गए हैं। नवाब शफत अली खान की टीम तीन जनवरी से इलाके में कैम्प कर रही थी। संजय टाइगर रिजर्व के एक्सपोर्ट ने गढ़वा वन विभाग के केज में कई तरह के बदलाव किए।