रांचीः
झारखंड सरकार आज नई खेल नीति लॉन्च करने वाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसकी लॉचिंग आज इसे लॉन्च करेंगे। इस खेल नीति में राज्य के खेले और खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्या है मुख्य उद्देश्य
इस खेल नीति का मुख्य उद्देश्य ही है राज्य के खिलाड़ियों की क्षमता निर्माण एवं विकास करना, खेल को आकर्षक एवं करियर विकल्प के रूप में तैयार करना, पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक खेल को सामाजिक परिवर्तन और विकास उत्प्रेरक बनाना, हर उम्र के नागरिकों के लिए खेल एवं शारीरिक गतिविधियों के लिए वातावरण तैयार करना, खिलाड़ियों का डाटा बेस तैयार कर अंतरराष्ट्रीय मानक के साथ संसाधन उपलब्ध कराना, देशज एवं पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देना, खेल पर्यटन को बढ़ावा देना एवं दिव्यांग खिलाड़ियों को भी समान अवसर प्रदान करना।
क्या है खेल नीति की खासियत
राज्य के सभी बालक, बालिका, युवा एवं सभी आयु वर्ग के नागरिकों के लिए खेल को उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने एवं सारी गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवाना। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना। नये प्रतिभा को मौका देना। प्रशिक्षण देकर उनका सर्वांगीण विकास और आगे चलकर उन्हें चैंपियन बनाने की दिशा में कार्य करना। खिलाड़ियों में प्रतिभा अभिवृद्धि के लिए पंचायत, प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर कार्य करने की योजना।
ये सुविधाएं मुहैया कराई जा सके
खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति देने की योजना। खिलाड़ियों हेतु इन्श्योरेन्स की सुविधा देना। पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन योजना के लाभ देना। राज्य के हर ब्लॉक में उच्च कोटि के खेल मैदानों का विकास.योजनाबद्ध तरीके से राज्य के खिलाड़ियों के लिए डे-बोर्डिंग, क्रीडा किसलय केंद्र, आवासीय खेल विकास केंद्र, एकलव्य खेल अकादमी का विकास करना.राज्य के सभी खिलाड़ियों के लिए देश का पहला खेल डिजिटल डाटाबेस तैयार करना।
नौकरियों में भी मिले लाभ
खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करना। खिलाड़ियों को नौकरी और शिक्षण संस्थान में आरक्षण। झारखण्ड के खिलाड़ियों को राज्य स्तर की द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी में सीधी भर्ती.खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों हेतु सम्मान राशि.ग्रामीण खेल केंद्र, खेल अकादमी, खेल विश्वविद्यालय, खेल विज्ञान, खेल प्रतिभा खोज, खेल संरचना विकास, प्रशिक्षक विकास, फिजिकल फिटनेस प्रोग्राम, खेल ब्रांडिंग एवं पारदर्शिता के संबंध में भी खेल नीति 2022 में प्रावधान किया गया है। सर्वश्रेष्ठ पीएचई, पीटी शिक्षक एवं जमीनी स्तर के कोच के लिए पुरस्कार, पीटी शिक्षक एवं जमीनी स्तर के प्रशिक्षकों के लिए राज्य प्रतिभा पूल बनाना,खेल गतिविधियों और कम्युनिकेशन कौशल के संबंधित पीपीपी और प्रायोजकों को आकर्षित करना।
फुटबॉल, हॉकी, आदि के लिए झारखंड प्रीमियर लीग का आयोजन.ग्रामीण स्तरीय खेल, पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना.डोपिंग मुक्त खेल की दुनिया को सुनिश्चित करने के लिए झारखंड में नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड ऑफ इंडिया की तरह की कानूनों को लागू करना.खेल विभाग उन संगठनों को भागीदार बनाने का कार्य करेगा जो झारखंड में स्कूली बच्चों के स्पोर्ट्स डेवलपमेंट हेतु इच्छुक हैं.फुटबॉल, तीरंदाजी और एथलेटिक्स में रोड मैप के लिए विशेष पहल एवं राज्य में खेल वातावरण को बढ़ावा देने हेतु स्टेट स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का निर्माण होगा।